रांची(RANCHI): कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के 1 साल हो गए हैं.कांग्रेस ने इसे विशेष जश्न का रूप दिया है. झारखंड में भी वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ. पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे विशेष रूप से इसके लिए आए.राहुल गांधी की भारत जोड़ो पद यात्रा के एक साल पूरे होने पर झारखंड कांग्रेस में कई कार्यक्रम रखे गए लेकिन पहले वर्षगाठ को लेकर बीजेपी कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमलावर है,बीजेपी ने उन्हें पहले अपने इंडिया एलाइंस के लोगों को समझाने की सलाह दे रही है. दरअसल राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कई उद्देश्यों के साथ की थी.जैसे देश को एकजुट करना, लोगों को एक साथ लाना और देश को मजबूत करना था.जिसको लेकर राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी.तमिलनाडु के कन्याकुमारी से राहुल गांधी ने 150 दिन चलने वाली इस यात्रा की शुरुआत की थी .इस दौरान राहुल गांधी 12 राज्यों से गुजरे थे और 3,570 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में हुआ था. बता दें कि यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से होकर गुजरी थी. इस यात्रा के बाद यह कहना भी गलत नहीं था कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे तरीके से रेस हो चुकी है.अब कांग्रेस समेत विपक्ष की 26 पार्टियों की गठबंधन इंडिया हर संभव प्रयास में लगी है कि सत्ता से मोदी सरकार को हटाया जाए. सबसे बड़ा चुनाव संग्राम में कुछ ही महीने शेष बचे हुए हैं.बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को सत्ताहीन करने के लिए बनी विपक्ष की इंडिया गठबंधन की तीन बैठकें फिलहाल हो चुकी हैं. हालिया मुंबई बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा की गई और इसे जल्द सुलझाने और पब्लिक डोमेन में लाने की बात भी कही गई
कांग्रेस और AAP में टकराव का क्या हो सकता है असर
इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख पार्टी AAP और कांग्रेस में इसको लेकर टकराव जारी है. दोनों पार्टियों के बीच दिल्ली और पंजाब की लोकसभा सीटों को लेकर बयानबाजी और तकरार साफ तौर पर देखी जा रही है.
झारखंड राज्य में लोकसभा की 14 सीटें हैं इसे लेकर दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी और बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी मौजूद थे.राज्य इकाई की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक के उपरांत कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने झारखंड राज्य की 14 में से 9 सीटों पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया था.कांग्रेस के फैसले पर फिलहाल झारखंड में इंडिया के घटक दलों की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि सीटों के बंटवारे को लेकर एक बार फिर बैठक होगी.
वर्ष 2019 में कांग्रेस के क्या थे परिणाम
साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने यूपीए गठबंधन के तहत सात सीटों पर चुनाव लड़ा था, गठबंधन में जेएमएम के हिस्से चार सीटें आई थीं, दो सीटें बाबूलाल मरांडी की तत्कालीन पार्टी जेवीएम को दी गई थी. जबकि, राजद को मात्र एक सीट मिली थी.हालांकि राजद आखिर दम तक इस बात पर अड़ा रहा कि उसने दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे,दरअसल चतरा लोकसभा सीट पर कांग्रेस और राजद दोनों के प्रत्याशी एक साथ मैदान में थे,इस बार कांग्रेस ने सात के बजाय नौ सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है.
एकमात्र सिंहभूम सीट कांग्रेस के खाते में
कांग्रेस ने इस बार नौ सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि उनमें प सिंहभूम, खूंटी, चतरा, धनबाद, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग, गोड्डा और कोडरमा शामिल हैं. फिलहाल,इनमें से मात्र एक सीट सिंहभूम कांग्रेस के पास है,जहां से गीता कोड़ा सांसद हैं.
जेएमएम का कांग्रेस के एकमात्र सिंहभूम सीट पर दावा
चाईबासा सीट पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी जेएमएम पहले से दावा ठोक रहा है,जेएमएम का मानना है कि चाईबासा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों में मात्र एक सीट को छोड़ बाकी पर झामुमो का कब्जा है,यानी यहां झामुमो का जनाधार कांग्रेस की तुलना में ज्यादा बनता है. अब देखना होगा कि किस प्रकार से झारखंड में इंडिया एलायंस के बैनर तले क्या कुछ होता है.
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