जानिए 22 सालों में कैसा रहा कोयलांचल का सफर, कितनों सपने हुए साकार और कितने रहे उपेक्षित

प्रदेश के आर्थिक राजधानी धनबाद को झारखंड में रहते 22 साल हो गया. पहले झारखंड बिहार में था, लेकिन झारखंड बनने के बाद उम्मीद बढ़ी थी कि सुविधाएं मिलेंगी. धनबाद को 22 सालों में न ट्रैफिक समस्या से छुटकारा मिला, ना हर घर जल योजना सब लोगों तक पहुंच पाया.

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