टीएनपी डेस्क: लता जैन एक प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता है जो कई गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी हुई है और निस्वार्थ रूप से यहां सेवा दे रही हैं. लता जैन को सामाजिक मुद्दों और सामुदायिक विकास की गहरी समझ है और वह लगातार इस दिशा में काम भी कर रही हैं. अगर हम झारखंड की बात करें तो उन्होंने झारखंड में भी अपना कई बड़ा योगदान दिया है. सामाजिक सरोकार और महिलाओं के प्रति काम करने का जो इनका जज्बा है उनके लिए इन्हें कई बार सम्मानित भी किया गया है. उन्होंने झारखंड में भी कई लोगों की मदद की है. हम झारखंड के तीन केस की अगर बात करें तो मामलों में इन्होंने काफी सहजता से लोगों की समस्याएं दूर की जिनके लिए लोग आज भी इन्हें धन्यवाद देते हैं.
इन्होंने झारखंड के लोगों को अनेक मामलों में मदद पहुंचाई है. आपको बता दे कि हैदराबाद में अपनी संस्था के माध्यम से गरीब लोगों को मदद पहुंचा कर उनकी समस्याएं दूर करने का यह लगातार प्रयास कर रही है. देश के सभी राज्यों में गरीब लोगों के खिलाफ होने वाले अत्याचार से लड़कर जनता को उनका अधिकार दिलवाने के लिए यह निशुल्क काम करती हैं.
झारखंड की पहली घटना की बात करें तो हजारीबाग में एक गंभीर बीमारी से ग्रसित ट्रक मालिक जिसका ट्रैक असामाजिक तत्वों ने अपने कब्जे में कर लिया था और वह ट्रक मालिक आर्थिक स्थिति से दैनिक हो गया था. इसके बाद लता जैन ने निशुल्क अपने अधिवक्ता के माध्यम से उसे दैनिक ट्रक मालिक की सहायता की और उसका ट्रक छुड़वाया.
दूसरी घटना झारखंड के रामगढ़ की है जहां भर कुंडा की एक महिला का विवाह हैदराबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ तय हुआ और विवाह से ठीक पहले उसे व्यक्ति को नामपल्ली हैदराबाद पुलिस ने झूठ और बुनियादी मामलों में फंसा कर जेल में डाल दिया. इसके बाद लता जैन ने एक बार फिर गरीब लोगों के अधिकारों के लिए आगे जाकर उक्त मामले की मानवाधिकार आयोग को लिखित सूचना देकर कार्रवाई करवायी और इसके बाद गिरफ्तारी के खिलाफ संज्ञान लेने की प्रार्थना की. साथ ही उन्होंने अपने अधिवक्ता से उस व्यक्ति की निशुल्क सहायता करते हुए जमानत भी दिलवाई.
आपको बता दे की लातेहार की एक प्रताड़ित महिला जिसका पति उसे रोज प्रताड़ित करता था. उसे खाना पानी भी नहीं देता था. उसके बाद उसका पति घर छोड़कर भी भाग गया. ऐसे में लता जैन ने पति-पत्नी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनको समझाया उनके वैवाहिक जीवन को स्थापित करने का सफल काम किया.
यह तो सिर्फ झारखंड की तीन घटनाएं हैं जिसके बारे में हमने बताया ऐसे और भी अलग-अलग राज्यों में कई ऐसे मामले हैं जहां लता जैन ने निस्वार्थ भावना से अपनी सेवा दे रही हैं. वह प्रत्येक वर्ष झारखंड के आदिवासियों के बीच कंबल वितरण का काम करती हैं .साथ ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे गरीबों का भी निशुल्क इलाज करवाती हैं. बच्चों के जीवन बेसहारा बच्चों का जीवन सवार और गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिलाने का भी काम यह बखूबी कर रही हैं. झारखंड से हैदराबाद में रहने वाले लोगों की समस्या दूर करने की लगातार कोशिश करती हैं और उन्होंने ऐसे कई समस्याओं का निवारण भी किया है. लता जैन कभी भी अपने किए गए कार्यों का बखान नहीं करती हैं और निस्वार्थ भाव से हर किसी की मदद के लिए हाजिर रहती हैं. लता जैन को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए कई अवार्ड से भी स्मानित किया गया है.
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