धनबाद(DHANBAD): झारखंड मुक्ति मोर्चा ने प्रदेश के 21 जिलों में झामुमो की सभी समितियों को भंग कर दिया है. केवल तीन जिलों के साथ कोई बदलाव नहीं किया गया है. आखिर ऐसा क्यों ,इसका जवाब भी आया है. दरअसल, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के आदेश पर केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने शुक्रवार को 21 जिलों के जिला से लेकर बूथ स्तर तक की सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया. साथ ही जहां-जहां समितियां भंग की गई, वहां तत्काल प्रभाव से एक- एक संयोजक प्रमुख के नेतृत्व में संयोजक मंडल का गठन कर दिया गया है. जिन तीन जिलों से छेड़छाड़ नहीं की गई है, उनमें धनबाद दुमका और हजारीबाग शामिल है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार संविधान के मुताबिक महाधिवेशन के पहले जिला से लेकर बूथ स्तर तक की सभी समितियां को भंग करने का नियम है. अगले महीने पार्टी का महाधिवेशन होना है. उससे पहले जिला स्तर तक की नई समितियों के गठन के लिए पुरानी समितियों को भंग कर दिया गया है. सूत्रों के अनुसार महाधिवेशन को लेकर धनबाद और दुमका की समिति को भंग नहीं किया गया है. दुमका में 2 फरवरी को झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस कार्यक्रम है. फिर 4 फरवरी को धनबाद में स्थापना दिवस मनाया जाएगा. इन दो जिलों में स्थापना दिवस कार्यक्रम की वजह से जिला समितियों को भंग नहीं किया गया है.
हजारीबाग में पूर्व से ही जिला समिति गठित नहीं है और वहां संयोजक मंडली काम देख रही है. इसबीच पता चला है कि 18 जनवरी से लेकर 28 फरवरी तक सदस्यता अभियान चलेगा. संयोजक मंडली को प्रदेश में 18 जनवरी से 28 फरवरी तक चलने वाले सदस्यता अभियान के सफल संचालन के लिए पार्टी की केंद्रीय समिति के पदाधिकारी और वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लेकर सदस्यता अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है. जो भी हो, फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में प्रदेश में सरकार चल रही है. अपने इतिहास में पहली बार झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे अधिक सीट लाकर सबको चौंकाया है. अब झारखंड मुक्ति मोर्चा का संगठन पर ध्यान गया है और संगठन को मजबूत बनाने की लगातार कोशिश हो रही है. बिहार चुनाव पर भी झामुमो की नजर है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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