जेएमएम के नेता का बड़ा बयान कहा, झारखंड अब भगवान भरोसे है, जानिए पूरी खबर

रांची(RANCHI): आज विधान सभा सत्र के दूसरे दिन JMM के नेता लोबिन हेंब्रेम अपने ही सीएम पर बरस पड़े . विधान सभा में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए जेएमएम के वरिष्ट नेता लोबिन हेंब्रेम ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों ले लिया और सुना दी खरी खोटी. लोबिन हेंब्रेम ने कहा की अब झारखंड भगवान भरोसे ही चल रहा है. नियोजन नीति के विषय में पूछे जाने पर लोबिन ने कहा की माननीय हाई कोर्ट ने जब नीति को रद्द किया है, तो ये सरकार की गलती है इसे स्वीकारना ही होगा. क्या सीएम को नहीं पता था कि ये मामला फंसेगा. विभाग ने जब बताया फिर भी जानबूझ कर ये त्रुटि पूर्ण नीति क्यों पेश किया, फिर जानबूझ कर ये नीति लागू करने का क्या मतलब था.
अपने ही नेता पर उठाया सवाल
बता दें नियोजन नीति को बीते 16 दिसंबर को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था जिसके बाद से विपक्ष लगातार हेमंत सोरेन को निशाना बना कर बयानबाजी कर रहा था. अब हेमंत के अपने ही जेएमएम के नेता भी उनका साथ छोड़ते नजर आ रहे हैं. लोबिन कह रहे हैं कि पहले भी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ मैंने आवाज उठाया था पर मेरी आवाज को दबा दिया गया. इस बार सरासर हेमंत सरकार की गलती थी उन्होंने त्रुटिपूर्ण नीति बनाई ही क्यों. लोबिन का इस प्रकार अपने ही मुखिया पर आरोप लगाना कहीं न कहीं ये साबित कर रहा कि जेएमएम के पास भी अब जवाब नहीं है इस बात का कि आखिर क्यों त्रुटिपूर्ण संशोधित नियोजन नीति को लागू किया गया.
अपनी मूल भावना से भटक गई है पार्टी
वहीं साहिबगंज हत्याकांड और बलात्कार मामले पर लॉबिन ने कहा कि हम शिबू सोरेन के समकक्ष रहे है. झारखंड की जल जंगल जमीन की लड़ाई साथ में लड़ें है. लेकिन अब जेएमएम अपने मुद्दों से भटक गई है. अब वो बात नहीं रही जो पहले थी. साहिबगंज मे आदिवासी लड़कियों को तेजी से दूसरे धर्मों में शामिल किया जा रहा है ऐसा इस लिए हो रहा है क्योंकि इससे उनकी जमीन हथियाई जा सके. जिला परिषद चुनाव लड़ सके या मुखिया का चुनाव लड़ सके, ये सब सोची समझी रणनीति के तहत आदिवासियों को खत्म किया जा रहा है और सीएम इस मामले में कुछ नहीं कर रहे. आज भी आदिवासी बेटियाँ ऐसे इलाकों में रख ली जाती है उनका शोषण किया जाता है. उनसे घर का काम लिया जाता है. और उनका हर प्रकार से शोषण होता है. पेशा कानून का पूरी तरह से उल्लंघन होता है. डेमोग्राफी ही बदल रही है झारखंड की इसलिए कह रहा हूँ कि झारखंड अब भगवान भरोसे ही है.
दोषी को मिले कड़ी से कड़ी सजा
रुबिका हत्याकांड पर लोबिन ने कहा कि समाज के लोगों को भी समझ बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए. रुबिका पहाड़िया की हत्या को लेकर लॉबिन ने कहा कि जिसने ये अपराध किया है उसे सजा मिलना ही चाहिए. मीडिया से बात करते हुए लोबिन ने लव जिहाद पर कहा की समाज के लोगों को आगे आना होगा ताकि ऐसी घटना दुबारा न हो और इसके लिए कड़े कानून बनाए जाए ताकि दूसरे धर्म से शादी होने से सभी सरकारी सुविधायें खत्म हो जाए और आदिवासी का विशेष लाभ तत्काल खत्म हो जाएं. 1932 खतियान पर भी लॉबिन ने कहा कि आखिर सरकार त्रुटि पूर्ण विधेयक क्यों नहीं ला रही है. लॉबिन हेंब्रम ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. और कटघरे में ला खड़ा किया है हेमंत सोरेन को. अबतक विपक्ष हेमंत की किरकिरी कर रहा था अब उनके ही पार्टी के वरिष्ठ नेता कह रहे कि झारखंड भगवान भरोसे है.
हाईकोर्ट ने रद्द किया था संशोधित नियोजन नीति
बता दें झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार की नियोजन नीति 2021 को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया था. इसके साथ ही इस नीति के तहत नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन को भी रद्द करते हुए नया विज्ञापन निकालने का आदेश दिया था. हाईकोर्ट के इस आदेश से राज्य में 13,968 पदों के लिए होने वाली नियुक्ति परीक्षाएं रद्द कर दी गई है. कोर्ट ने पाया कि सरकार ने क्षेत्रीय भाषा से हिंदी को हटाकर उर्दू को शामिल कर लिया, जबकि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई होती है, सर्वाधिक लोगों की भाषा हिंदी है ऐसा करने का कोई आधार भी नहीं बताया है यह नियम एक खास वर्ग के लिए बनाया गया है इसीलिए इसे निरस्त किया जाता है. पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार ने नियोजन नीति के लेकर कहा सरकार को हाईकोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए ताकि हजारों लाखों युवाओं का भविष्य अधर में न लटके. जिस संविधान की धारा 14 और 16 का साफ तौर पर उल्लंघन किया गया है.
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