धनबाद में सड़क पर उतरा झामुमो, महामहिम को लिया निशाने पर


धनबाद(DHANBAD): 1932 खतियान आधारित स्थानीयता संबंधित विधेयक को महामहिम द्वारा राज्य सरकार को लौटाने के बाद झारखंड में सियासत एक बार फिर गरमा गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राज्यपाल को भाजपा का एजेंट बताते हुए निशाना साधा जा रहा है. मंगलवार को धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा का पुतला दहन किया. काफी संख्या में नेता और कार्यकर्ता रणधीर वर्मा चौक पहुंचे. पहले नारेबाजी की, हेमंत सोरेन जिंदाबाद का नारा लगाया और फिर पुतला फूंका.
महामहिम को भाजपा का एजेंट बताया गया
कहा कि भाजपा सीधे तौर पर विरोध करने के बजाए राज्यपाल के जरिए अपने मन के अनुसार काम करा रही है. लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे. राज्यपाल ने जिस बिल को वापस किया है, उसे संशोधित कर फिर राज्यपाल के पास भेजा जाएगा. राज्यपाल को यह समझना होगा कि झारखंड के मूलवासी और आदिवासी की भावनाओं से खिलवाड़ अब नहीं चलेगा. उन्हें उनका हक देना होगा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर रखा. पार्टी की प्रवक्ता नीलम मिश्रा का कहना था कि राज्यपाल भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे है. ऐसा उन्हें नहीं करना चाहिए, झारखंड के मूलवासी और आदिवासियों की भावनाओं की कद्र होनी चाहिए. झारखंड के लोग अब जाग गए हैं, उन्हें अब बरगलाया नहीं जा सकता.
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