चाईबासा/देवघर (CHAIBASA/DEOGHAR):1932 खतियान का विधेयक राज्यपाल द्वारा वापस किए जाने के विरोध में मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद नेताओं ने पोस्ट ऑफिस चौक में भारतीय जनता पार्टी का पुतला दहन किया. अपने संबोधन में नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का जमकर खिंचाई की. वक्ताओं ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं के इशारे पर राज्यपाल ने 1932 खतियान को वापस लौटाया. भारतीय जनता पार्टी आदिवासी मूलवासी विरोधी है. आदिवासी मूलवासियों की जन भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले भारतीय जनता पार्टी को अगले चुनाव में सबक सिखाया जाएगा. पुतला दहन से पूर्व भारतीय जनता पार्टी के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई.
इस कार्यक्रम में झामुमो के जिला अध्यक्ष सुखराम उरांव, विधायक चक्रधरपुर का बेटा सन्नी उरांव, सोना राम देवगम, भुवनेश्वर महतो, राहुल आदित्य, इजार राही, पूर्व विधायक बहादुर उरांव, नप के कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज, सतीश सुंडी, विश्वनाथ बाड़ा, परवेज आलम,जवाहर बोयपाई जिला परिषद सदस्य समेत सैकेडो मौजूद थे.
वहीं देवघर में 1932 खतियान का विधेयक वापस होने पर आहत झामुमो नेताओं ने भाजपा का पुतला दहन किया. पुतला दहन कार्यक्रम में झामुमो जिलाध्यक्ष सहित महानगर अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. स्थानीय टावर चौक पर आज पुतला दहन किया गया. इसके माध्यम से झामुमो ने भाजपा को आड़े हाथों लिया गया. जिलाध्यक्ष के अनुसार हाल ही संपन्न भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में यही मुद्दा रहा कि किसी भी हालत में 1932 के खतियान को स्थानीयता मानते हुए यहां लागू नहीं करवाना है. एजेंडा पर कार्य करते हुए राज्यपाल ने इसको सरकार को वापस कर दिया. इसको झामुमो ने राज्यपाल को भाजपा का एजेंट बताते हुए झामुमो द्वारा भाजपा कापुतला दहन कार्यक्रम किया गया.
रिपोर्ट: ऋतु राज सिन्हा,देवघर- संतोष वर्मा, चाईबास
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