टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-लगता है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के जांच की आंच की जद में अब झारखंड भी आ गया है. छत्तीसगढ़ में नकली प्रिज्म होलोग्राम को लेकर नोएडा के कासना थाने में FIR दर्ज हुई है. इसमे झारखंड का भी जिक्र है. इससे सवाल उठाये जा रहे है कि क्या नकली होलोग्राम का खेल झारखंड में भी हुआ ? . बताया जा रहा है कि थाने में दर्ज प्राथमिकी में झारखंड में भी उसी कंपनी के द्वारा होलोग्राम छापे जाने की आशंका जताई गयी है. लिहाजा, जांच की आंच अब झारखंड की तरफ मुड़ गयी है. इससे उत्पाद विभाग के अधिकारियों की मसीबत बढ़ सकती है.
शराब घोटाले में नपे कई अफसर
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले को लेकर जांच जारी है , इसमे कई अधिकारी निशाने पर है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी, उत्पाद आयुक्त निरंजन दास, आइएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, प्रिज्म होलोग्राम के विधु गुप्ता और अनवर ढेबर को अभियुक्त बनाया गया है. FIR में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रिज्म होलोग्राम की अहम भूमिका थी. अब यही सिरा झारखंड में भी मिल रहा है. शराब के समानांतर कारोबार चलाने में छत्तीसगढ़ सरकार को 1200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
बाबूलाल ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
झारखंड में शराब घोटाले को लेकर भाजपा सवाल खड़े करती रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने भी पहले से शराब घोटाले को लेकर सरकार पर निशाना साधते रहें हैं और इसकी जांच की मांग करते रहें हैं. बाबूलाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के तीन अफसरों और रायपुर मेयर के भाई के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में मुकदमा दर्ज हुआ है. आरोप है कि यहीं से फर्जी होलोग्राम बनाकर छत्तीसगढ़ और झारखंड में अवैध शराब का कारोबार चल रहा था. एफ़आइआर के मुताबिक़ झारखंड में भी फर्जी होलोग्राम से शराब घोटाला हुआ है
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