मजदूरी कर दो वक्त की रोटी को मजबूर झारखंड का तीरंदाज, जानिए एक नेशनल खिलाड़ी कैसे हो गया इतनी उपेक्षा का शिकार    

आज उपेक्षा के दंश से कराह रहे प्रेम और उनका परिवार जब भी अपने द्वारा जीते गए मेडल को निहारता है तो बस बरबस आँखें भीग जाती है और रुँधे हुए गले से प्रेम और उनका परिवार बस यही पूछता है की क्या हमने देश और राज्य के लिए अपने जीवन का एक हिस्सा देकर अपराध किया है. जानिए एक नेशनल और स्टेट लेब्स की खिलाड़ी की कैसे हुई इतनी दुर्दशा .....

मजदूरी कर दो वक्त की रोटी को मजबूर झारखंड का तीरंदाज, जानिए एक नेशनल खिलाड़ी कैसे हो गया इतनी उपेक्षा का शिकार