रांची (RANCHI): राजधानी रांची के एक होटल में आयोजित तृतीय झारखंड माइनिंग समिट का आयोजन किया गया. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा आयोजित एकदिवसीय इस समिट में जिंदल स्टील, सीसीएल, पीवीयूएन, ओएनजीसी, FURE के डायरेक्टर उपस्थित थे.
इस दौरान आगंतुकों का स्वागत करते हुए डॉ संजय कुमार ने आज के इस समिट के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे कहा जाता है कि सबसे अमीर राज्य है. 40 प्रतिशत मिनिरल झारखंड से है. जिसमें 25 प्रतिशत आयरन का है और 25 प्रतिशत कोल का है. आज के तारीख में टेक्नोलॉजी ऐसी उभर के आई है कि उनकी उत्पादकता बढ़ गई है. ठीक झारखंड में भी हमे इसी तकनीक को फॉलो करनी होगी. साथ ही कहा कि हमारे मजदूर जो वहां काम करते है उनको गंभीर बिमारी हो जाती है, उसपे फोकस इस समिट में किया गया है.
इस मौके पर झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर आईएस शशि रंजन ने कहा कि पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा थर्ड माइनिंग समिट का आयोजन किया गया है. जो कि काफी महत्वपूर्ण है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि माइनिंग सैक्टर में नए-नए ब्लॉक, नए-नए मिनरल का एक्सप्लोरेशन हो. साथ ही कैसे सेक्टर को इतना एफिशिएंट बनाए जाए कि सस्टेनेबल मायनिंग हो सके. इसमें टेक्निक का महत्वपूर्ण रोल होता है. क्योंकि जितने अच्छे टेक्निक का सहायता लिया जाएगा उतनी अच्छी माइनिंग होगी, खास कर क्रिटिकल मिनरल है उसकी माइनिंग किस टेक्निक से की जाए ताकी पार्यवारण को कम नुकसान पहुंचे. उन्होंने आगे कहा कि झारखंड खनिजों की धरती है, 40 प्रतिशत मिनरल्स झारखंड में मिलता है. लातेहार, चतरा और संथाल परगना का दुमका झारखंड का दूसरा धनबाद बनने वाला है. आने वाले दिनों में एनर्जी की जरूरत झारखंड से ही पूरी होगी.
इस अवसर पर डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ माइंस एंड जीईओलोटी, आईएस शशि रंजन मैनेजिंग डायरेक्टर ऑफ झारखंड स्टेट मिनरल डेवसपमेंट कॉरपोरेशन, डॉ संजय कुमार पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एमडी, डॉ एसपी अग्रवाल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के वाइस चांसलर, सुयश शुक्ल जिंदल स्टिल एंड पावर लिमिटेड के हेड कॉर्पोरेट अफईरस, डॉ जितेंद्र दास, विजय कुमार अग्रवाल, हरिश नाथ मिश्रा ने अपना विचार व्यक्त किया.
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