रांची(RANCHI): गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के सदन में दिए बग्लादेशी घुसपैठी बयान पर जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पलटवार किया है. इसे राज्य की विभाजन की राजनीतिक का नाम देते हुए कहा कि देश और समाज में विभाजित कार्यक्रम राजनीति की बुनियाद भाजपा पार्टी ने रखा है उसका प्रतिफल बहुत विकट होने वाला है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा का चुनावी सफर शुरू कर एक को चुनाव प्रभारी और दूसरे से सह चुनाव प्रभारी बनाया है. अगर याद किया जाए तो जिस दिन से उन लोगों का दौरा झारखंड में दौरा हो रहा है तब से झारखंड में धर्म और जाति के नाम पर लोगो को बांटा जा रहा हैं. वहीं पिछले दिनों गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा संसद में बग्लादेशी घुसपैठी मामले में दिए गए बयान पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह कोई साधारण और अचानक दिया गया बयान नहीं है. यह बयान सोची समझी साजिश के तहत दिया गया है. उन्होंने कहा कि झारखंड और बिहार को बांटने के लिए यह भाजपा की साजिश है.
घुसपैठ मुद्दा बना राज्य का चाह रहे विभाजन
उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे जो मैप दिखा-दिखा कर लोगों को समझा रहे है कि इन जगहों से घुसपैठ घुस रहे है, तो उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि उस बोर्डर पर बीएसएफ का पहरा है, उस पर केंद्र सरकार का पहरा है. वह पूरी तरीके से प्रोटेक्ट वॉटर लैंड है, उसका जिम्मा भारत के गृह मंत्रालय को होता है. उन्होंने कहा कि यह लोग घुसपैठ को मुद्दा बना कर राज्य का विभाजन चाह रहे हैं.
चुनाव से पहले यह मुद्दे क्यों ?
उन्होंने कहा कि झारखंड में जल्द विधानसभा की चुनाव होनी है, वहीं बिहार और पश्चिम बंगाल में अगले साल चुनाव होना है यह बयान भाजपा चुनाव को देखते हुए वोट इकट्ठा करने के लिए कर रही हैं. उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने भी कहा था घुसपैठ असम और बंगाल से घुस रहे तो केंद्र सरकार क्या कर रही है.
उलूल-जुलूल बातें कर रही भाजपा
वहीं उन्होंने कहा कि 5 अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को भारत का राज्य लिया गया था. लेकिन अभी तक यहां विधानसभा का चुनाव नही हुआ. लोकसभा चुनाव हुआ तो वहां के तीन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया. उन्होंने कहा कि लद्दाख की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को पराजित की है. लेकिन फिर से यह लोग विभाजन की तैयारी में है. उन्होंने कहा यह लोग कोन सी डेमोग्राफी के बारे में उलूल-जुलूल बातें कर रहे है.
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