गैंग और गैंगस्टर की आग में जल रहा झारखंड! डर और दहशत में कारोबारी, पढिए हाल में कैसे चुनौती बने गैंग
.jpg&w=2048&q=75)
.jpg&w=2048&q=75)
रांची(RANCHI): झारखंड में नक्सलियों के बाद अब गैंगस्टर पुलिस के लिए चुनौती बने है. गैंगस्टर की धमक से रांची से लेकर धनबाद तक के कारोबारी डर और दहशत में है. एक दो नहीं आधा दर्जन गैंग हाल के दिनों में एक्टिव हो कर काम कर रहा है. इनके धमक से कारोबारी डर के साय में अपना काम कर रहे है.कई ऐसी भी वारदात रांची में हुई जिसे किसने अंजाम दिया अब तक खुलासा भी नहीं हो पाया.
आज इस रिपोर्ट में कुछ बड़े रंगदारी के मामले की करेंगे. कैसे रांची से धनबाद और जमशेदपुर से पलामू तक गैंगस्टर अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे है. इसमें कई गैंग है. सबसे पहले धनबाद में सिक्का चलाने वाले प्रिंस खान की कर लेते है. अब यह गैंग धनबाद तक नहीं बल्कि रांची और जमशेदपुर तक पहुंच चुका है. और इसके निशाने पर जमीन कारोबारी,ठेकेदार समेत डॉक्टर भी है.
रांची में प्रिंस खान गैंग ने कई लोगों से रंगदारी की मांग की है. जिसमें अगर बड़ी रकम की बात करें तो शहर के गोपाल खेमका नामक बड़े कारोबारी से 10 करोड़ की डिमांड की गई. यह कॉल 17 सितंबर को आया. जिससे पूरा परिवार डर गया. क्योंकि इंटरनेट कॉलिंग के जरिए फोन कर पैसा नहीं देने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी. जिसके बाद रांची में इस मामले की शिकायत की गई. आखिर में पुलिस ने कुछ अपराधियों की गिरफ्तरी का खुलासा किया था. कुछ अपराधियों की गिरफ़्तारी हुई जिसमें पुलिस ने दावा किया की एक प्रिंस खान गैंग और सुजीत सिन्हा दोनों मिल कर काम कर रहा है. दोनों के बीच गठजोड़ है और एक साथ वारदात को अंजाम देने में गुरेज नहीं करते है.
सुजीत सिन्हा गैंग की बात करें तो यह खुद जेल में बंद है. लेकिन इसके गैंग बाहर सक्रिय है. जेल से एक इशारा मिलने के बाद इसके शूटर वारदात को अंजाम देते है. हाल ही में पलामू के छतरपुर में एक कारोबारी से रंगदारी मामले में पुलिस ने खुलासा किया.जिसमें दो अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.इसके साथ ही रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में भी सुजीत सिन्हा गैंग के सदस्यों ने गोली बारी कर दहशत कायम करने की कोशिश की थी,
सुजीत और प्रिंस खान के बाद राहुल सिंह गैंग को देखे तो अमन साहू के एनकाउंटर के बाद यह गैंग तेजी से झारखंड में अपना पैर पसारना शुरू किया. और खूंटी, रांची,हजारीबाग से चतरा और पलामू से धनबाद तक वारदात को अंजाम देता है. हाल में देखे तो 13 दिसंबर को राहुल सिंह गैंग ने खूंटी के रानिया इलाके एक कारोबारी के दफ्तर में गोली बारी कर घटना की जिम्मेवारी ली है. इस घटना के बाद एक रिलीज जारी कर कारोबारी को चेतवानी दी गई. अगर बात नहीं मानी और बिना मैनेज के काम किया तो फिर अंजाम बुरा होगा. गैंग ने साफ किया था की अगर बिना रंगदारी के कोई काम होगा तो अंजाम बुरा होने वाला है.
आखरी में राहुल दुबे गैंग को देखे तो यह गैंग भी बड़ी ही शातिर तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा है. इसके निशाने पर भी रांची से लेकर धनबाद और हजारीबाग समेत कई जिलों के कारोबारी और ठेकेदार है. अभी रांची में एक बड़े अधिवक्ता से 2 करोड़ की रंगदारी की मांग की है. जिस मामले में अधिवक्ता ने केस दर्ज करवाया है बताया कि व्हाट्सअप कॉल के जरिए पैसे की डिमांड की गई है. अगर पैसा नहीं पहुंचेगा तो अंजाम बुरा होगा. ऐसी धमकी दी गई है.
अब कुल मिला कर देखे तो चार से पाँच गैंगस्टर पूरे झारखंड में पुलिस के लिए सर दर्द बने है. पुलिस ने कई बड़ी कार्रवाई गैंगस्टर के खिलाफ की है. दो बड़े गैंगस्टर को ढ़ेर कर दिया इसके बावजूद गैंग पर लगाम नहीं लग पाया. यह खुल कर वारदात को अंजाम दे रहे है. जो अब पुलिस के लिए चुनौती बन गए है.
4+