रांची - पहली जनवरी से झारखंड में ही राजनीतिक माहौल गर्म है. नया वर्ष में क्या कुछ नया होने जा रहा है.सब लोग यह समझ रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद से उत्पन्न कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी कुर्सी अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन को दे देंगे.
राज्यपाल ने क्या कहा झारखंड के विषय में
वर्तमान राजनीतिक स्थिति और हलचल के बीच ध्यान के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु चले गए हैं.उनके तीन-चार दिन बाद आने का कार्यक्रम है. राज्यपाल चेन्नई के लिए रवाना होने से पहले एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें जो जानकारी मिल रही है कुछ भी कंप्लीट रूप से सामने नहीं आ रहा है. राज भवन नजर रखे हुए हैं उन्होंने झारखंड की विधि व्यवस्था पर चिंता जताई उन्होंने कहा कि इस राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है.
इसके अलावा राज्यपाल ने यह भी कहा कि वह हमेशा से कहते आए हैं कि जो कोई भी गलत करेगा उसे गलती का परिणाम भुगत ना होगा.
कयासों के बीच राज्यपाल झारखंड से बाहर
यह माना जा रहा था कि सत्तारूढ़ दल बुधवार को मुख्यमंत्री आवास परिसर में बैठेगा. मुख्यमंत्री ने सभी को बुलाया है. मंत्री हों या विधायक सभी को रांची बुलाया गया है. उल्लेखनीय है कि गांडेय विधानसभा सीट से सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है.उसके बाद से यह कयास लगाया जा रहा है कि हेमंत सोरेन अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाकर गांडेय सीट से चुनाव लड़ा पाएंगे और विधानसभा का सदस्य बनाएंगे. यह समझ जा रहा था कि विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अपना निर्णय सभी को सुनाएंगे और सरकार में शामिल सभी घटक दल के विधायकों का समर्थन पत्र लेकर राज भवन जाकर नई सरकार कल्पना सोरेन की नेतृत्व में बनाने की कवायद करेंगे. लेकिन इस बीच राज्यपाल चेन्नई रवाना हो गए उनके 8 जनवरी को वापस होने की संभावना है.
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