धनबाद(DHANBAD): झारखंड की राजधानी रांची के अंचल अधिकारी की घूस लेते गिरफ्तारी की चर्चा अभी चल ही रही है. धनबाद के कलियासोल अंचल कार्यालय में लोगों ने रिटायर्ड एक राजस्व कर्मी को लगभग बंधक बना लिया. ग्रामीणों का आरोप था कि कर्मी ने जमीन के म्यूटेशन के लिए पैसे लिए थे. लेकिन उनका काम नहीं हुआ. लगातार उन्हें झूठा भरोसा दिया जाता रहा. और उसके बाद राजस्व कर्मचारी रिटायर्ड हो गया. रिटायर्ड कर्मी रमेश दास पर कई ग्रामीणों से डेढ़ लाख रुपए वसूलने का आरोप है. एक साल पहले वह रिटायर्ड हो गया. लेकिन जब भी ग्रामीण संपर्क करते, तो पैसा लौटाने का झूठा भरोसा देता. कभी कहता कि काम हो जाएगा. वह रिटायर्ड कर्मचारी हल्का 6 का राजस्व कर्मचारी रह चुका है.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम लगभग 4 बजे ग्रामीण जब पूर्व कर्मचारी रमेश दास को अंचल कार्यालय में देखा, तो उसे पकड़ लिया.इसकी सूचना अन्य लोगों को भी दी गई. उसके बाद उसे सुसनी लेवा पंचायत भवन में ग्रामीण ले गए और बंधक बना लिया. ग्रामीण अपना पैसा वापस करने के बाद ही उसे मुक्त करने की बात कह रहे थे. ग्रामीणों का आरोप है कि रमेश दास ने जमीन दाखिल खारिज के लिए कई लोगों से लगभग डेढ़ साल पहले डेढ़ लाख रुपए लिए थे .पैसा लेकर काम नहीं किया और एक साल पहले रिटायर्ड हो गए. उसके बाद भी संपर्क किया गया तो पैसा लौटाने के सवाल पर टाल मटोल करते रहे.जैसे ही शुक्रवार को लोगों ने उसे अंचल कार्यालय में देखा, सभी भुक्त भोगियों को सूचना दी और संगठित होकर उसे पकड़कर पंचायत भवन ले गए. रात 10 बजे उसे ग्रामीणों ने मुक्त कर दिया .बताया जाता है कि रमेश दास ने कुछ के पैसे लौटाए. जबकि कुछ को बाद में देने की बात कही.
इधर, झारखंड के डीजीपी ने नंबर जारी किया है और लोगों से कहा है कि किसी भी सरकारी कार्यालय में रिश्वत मांगने की सूचना फोन नंबर पर दे. रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ एसीबी करवाई करेगा. एसीबी ने ही रांची के सीओ को₹37000 घूस लेते गिरफ्तार किया था. सीओ को फिलहाल जेल भेज दिया गया है. उनके घर से भी 11 लाख रुपए से अधिक राशि बरामद की गई थी. इसके पहले धनबाद एसीबी ने लेखागार में छापेमारी कर प्रधान सहायक और उनके सहयोगी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था .मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी झारखंड के अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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