धनबाद(DHANBAD); झारखंड में पिछली सरकार में बारी बारी से 6 मंत्री दिखे थे. इस बार चार मंत्री नहीं दिखेंगे .केवल दो ही दिखेंगे. जबकि दो नए चेहरे होंगे. वित्त मंत्री रहे डॉक्टर रामेश्वर उरांव को इस बार मंत्री का मौका नहीं मिला है. बन्ना गुप्ता और बादल पत्र लेख चुनाव हार गए हैं. आलमगीर आलम जेल में है. उनकी पत्नी को कांग्रेस ने पाकुड़ से टिकट दिया .वह जीत गई है. लेकिन उन्हें मंत्री पद नहीं मिला है. दीपिका पांडे सिंह और डॉक्टर इरफान अंसारी मंत्रिमंडल में रिपीट कर रहे हैं .कांग्रेस ने जो सूची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उपलब्ध कराई है. उनमें दीपिका पांडे सिंह, डॉक्टर इरफान अंसारी, राधा कृष्ण किशोर और शिल्पी नेहा तिर्की मंत्री बनेंगे. कांग्रेस ने इस बार उत्तरी छोटा नागपुर से भी किसी को मंत्री नहीं बनाया है. पलामू प्रमंडल से राधा कृष्ण किशोर, दक्षिणी छोटा नागपुर से शिल्पी नेहा तिर्की और संथाल परगना से दीपिका पांडे सिंह और डॉक्टर इरफान अंसारी को मंत्री बनाने का फैसला किया है. इसमें राधा कृष्ण किशोर अनुसूचित जाति, शिल्पी नेहा तिर्की अनुसूचित जनजाति, दीपिका सिंह पांडे सामान्य जाति और डॉक्टर इरफान अंसारी अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनाए जा रहे हैं. हो सकता है कि जिन दो प्रमंडलों से मंत्री नहीं बनाए गए हैं. उन प्रमंडलों के नेता को विधायक दल के नेता, उप नेता, मुख्य सचेतक या सचेतक के पद पर एडजस्ट किया जाए. गुरुवार को मंत्रिमंडल शपथ लेगा. इसके साथ ही संभावना व्यक्त की जा रही है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विभागों का बंटवारा कर देंगे .अब कांग्रेस कोटे और झामुमो कोट में मंत्रियों को क्या विभाग मिलेंगे, इस पर लोगों की टकटकी लगी रहेगी.
राजद कोटे से गोड्डा विधायक संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया जाएगा. देवघर से राजद के विधायक सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता बनाए जाने के बाद से इसके संकेत मिलने लगे थे.
इधर, यह भीचर्चा है कि झामुमो के कोटे से मंत्रियों पर देर रात तक चर्चा होती रही. कोल्हान से दीपक विरुवा और रामदास सोरेन के नाम पर कोई विवाद नहीं है. अल्पसंख्यक कोटे से हफीजुल हसन के नाम भी तय हैं. महतो कोटे से एक मंत्री बनाने की बात है .जिसमें मथुरा महतो रेस में आगे चल रहे हैं. लेकिन विधायक योगेंद्र प्रसाद भी रेस में हैं. संथाल परगना से डॉक्टर लुईस मरांडी के नाम पर भी विचार हो रहा है. अगर डॉक्टर लुईस मरांडी को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली तो महिला कोटे से सविता महतो मंत्री बन सकती हैं. कांग्रेस की सूची को देखा जाए तो आदिवासी, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग को मंत्रिमंडल में शामिल करने का प्रस्ताव है. कांग्रेस के कुल 16 विधायक चुनाव जीतकर आए हैं. हेमंत सोरेन 28 नवंबर को ही शपथ ले लिए थे. उसके बाद मंत्रिमंडल गठन की प्रतीक्षा की जा रही थी. फिर तय हुआ की 5 दिसंबर को मंत्रिमंडल का गठन होगा और मंत्री शपथ लेंगे.
वैसे बुधवार का दिन कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायकों के लिए सस्पेंस भरा रहा. मंत्री बनने की इच्छा रखने वाले सभी विधायक फोन का इंतजार करते रहे .देर शाम को कांग्रेस के प्रभारी दिल्ली से रांची पहुंचे. उसके बाद सूची मुख्यमंत्री तक पहुंचाई गई. उसके बाद कांग्रेस कोटे के मंत्रियों का के नाम सामने आए.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
4+