धनबाद(DHANBAD) : राय शुमारी का काम बुधवार से शुरू है, लेकिन हरियाणा में भाजपा की अबतक की लिस्ट निकलने के बाद झारखंड के भाजपा विधायकों की भी सांसे फूलने लगी है. किसे टिकट मिलेगा, किसे नहीं मिलेगा, किसका रिकॉर्ड देखा जाएगा, किसका नहीं देखा जाएगा,उम्मीदवार ऊपर से थोपा जाएगा या जमीनी कार्यकर्ता को चुना जाएगा, सिटिंग विधायक को तरजीह मिलेगी अथवा नहीं मिलेगी, इस तरह के तमाम सवाल हैं, जो झारखंड के भाजपा विधायकों के मन में उठने लगे है. हरियाणा में अब तक कुल 87 उम्मीदवारों की सूची जारी हुई है. जानकारी के अनुसार कुल 56 नए चहरे है. इसके बाद से ही झारखंड के भाजपा विधायकों में कई तरह के सवाल उठ रहे है. हरियाणा में कुल 90 विधानसभा की सीटें है.
इस बार भाजपा नए ढंग से कर रही चुनाव की तैयारी
यह अलग बात है कि झारखंड में इस बार भाजपा नए ढंग से चुनावी राजनीति कर रही है. कोल्हान के टाइगर कहे जाने वाले चंपाई सोरेन को भाजपा में शामिल कर लिया गया है. कोल्हान में कुल 14 सीटें है. 2019 में भाजपा को कोल्हान से एक भी सीट नहीं मिली थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा काफी आगे रहा था. जमशेदपुर पूर्वी सीट से सरयू राय ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को परास्त कर दिया था और यह बड़ा चौंकानेवाले वाला रिजल्ट था. इस बार भाजपा नए ढंग से काम कर रही है. वैसे देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन के आधार पर यह कहा जा सकता है कि झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में 49 पर एनडीए को बढ़त मिली है, जबकि 26 पर इंडिया ब्लॉक को और 5 सीटों पर मुकाबला बराबरी का रहा है. इस बार चुनाव रणनीति में भाजपा ने बदलाव किया है. अलग-अलग जिलों को मिलाकर प्रमंडल बनाए गए है. प्रमंडल से ही चुनाव अभियान का संचालन होगा. ऐसा झारखंड में पहली बार भाजपा कर रही है. मतलब साफ है कि भाजपा 2024 के विधानसभा चुनाव में काफी सीरियस है तो इंडिया ब्लॉक भी पीछे नहीं है. इंडिया ब्लॉक भी अपने ढंग से तैयारी कर रहा है.
लोकसभा चुनाव में विधानसभा बार कुछ ऐसी रही बढ़त
जिन विधानसभा सीटों पर एनडीए को बढ़त मिली है, उनमें नाला, दुमका, जामा, सारठ , जरमुंडी, देवघर, पोडैया हाट, गोड्डा , कोडरमा, बरकट्ठा, धनवार, बगोदर ,जमुआ , गांडेय , बरही , बड़कागांव, रामगढ़, मांडू, हजारीबाग, सिमरिया, चतरा , लातेहार, गिरिडीह, गोमिया, बेरमो, बाघमारा, बोकारो, चंदन कियारी , सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, बहरागोड़ा, पोटका , जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, इचागढ़, सिल्ली , रांची, हटिया, कांके , सरायकेला, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, भवनाथपुर, गढ़वा शामिल है. जबकि इंडिया ब्लॉक को जिन 26 सीटों पर बढ़त मिली है ,उनमें राजमहल,बोरियो , बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, जामताड़ा, मधुपुर, खिजरी, चाईबासा,मझ गांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां, तमार, तोरपा, खूंटी, सिमडेगा, कोलेबिरा, मांडर, सिसई, गुमला, बिशनपुर और लोहरदगा शामिल है. जिन पांच विधानसभा सीटों में मुकाबला बराबरी का रहा, उनमें महागामा, मनिका, डुमरी, टुंडी और घाटशिला शामिल है. 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं था.
2019 में केवल 25 सीटों पर ही भाजपा को संतोष करना पड़ा था
इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा और उसे केवल 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस के 16 विधायक चुनाव जीतकर आए तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के 30 विधायक चुनाव जीते. एक सीट राजद के खाते में गई. उसके बाद गठबंधन ने हेमंत सोरेन की अगुवाई में झारखंड में सरकार बनाई. इस बार एनडीए और इंडिया ब्लॉक में लड़ाई कांटे की होगी. जो भी सिकंदर होगा, वह 5 साल तक झारखंड पर राज करेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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