धनबाद(DHANBAD): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को झारखंड पहुंच रहे हैं. साथ ही साथ परिवर्तन यात्रा के बहाने भाजपा ने झारखंड में विधानसभा चुनाव का अभियान शुरू कर दिया है. जानकारी मिल रही है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 सितंबर को संथाल के दौरे पर रहेंगे .गृह मंत्री भोगनाडीह जाएंगे. इसके अलावे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21 सितंबर को गढ़वा और 26 सितंबर को लोहरदगा पहुंचेंगे. योगी आदित्यनाथ इन दोनों जगह पर जनसभा को संबोधित करेंगे और परिवर्तन यात्रा में शामिल होंगे.
रिम्स ब्लड बैंक में प्रधानमंत्री के ब्लड ग्रुप के कुछ यूनिट को रिजर्व कर दिया
इधर, प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर रांची में रिम्स को अलर्ट मोड पर रखा गया है .चार आईसीयू बेड को तैयार कर आरक्षित कर दिया गया है .रिम्स ब्लड बैंक में प्रधानमंत्री के ब्लड ग्रुप के कुछ यूनिट को रिजर्व कर दिया गया है. इसके अलावा मेडिकल टीम का भी गठन किया गया है. जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर को शामिल किया गया है. इसके अलावा पर्याप्त जीवन रक्षक दावा को स्टॉक किया गया है. प्रोटोकॉल के हिसाब से सभी मानकों की तैयारी की समीक्षा भी लगातार की जा रही है. जो भी हो लेकिन झारखंड में चुनाव की राजनीति जोर पकड़ने लगी है. डेमोग्राफी को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाजपा आमने-सामने है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने घुसपैठ पर हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के शपथ पत्र को आधार बनाते हुए भाजपा पर निशाना साधा है.झारखंड मुक्ति मोर्चा महासचिव ने कहा है कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा संथाल का टुकड़ा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में राज्य में घुसपैठ को लेकर मुकदमा चल रहा है. गुरुवार को शपथ पत्र दायर हुआ. उसकी सुनवाई फिर मंगलवार को होगी. उसके पहले ही भाजपा का राजनीतिक बयान आ गया कि डेमोग्राफी बदल गई है. संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं. शपथ पत्र में 2011 की जनगणना को एक आधार बनाया गया है. उसमें 1961 को बेसलाइन माना गया है. मतलब 50 साल के समय को आधार बनाया गया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था तब 33 करोड लोग थे. आज 150 करोड़ है. यह 75 साल का आंकड़ा है .अब भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है, क्योंकि चुनाव सामने आ रहा है. भाजपा के पास मुद्दा नहीं रह गया, इसलिए डेमोग्राफी की बात भाजपा कर रही है. दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को नसीहत दी है कि वह तुष्टिकरण और वोट बैंक के चश्मे को खोलकर अगर केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के उपसचिव के द्वारा दायर किए गए हलफनामे को पढ़ेगा तो उसे घुसपैठ के विषय में सारा कुछ स्पष्ट हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति के कारण झारखंड मुक्ति मोर्चा सच्चाई से इनकार कर रहा है. उन्होंने कहा है कि हलफनामे के पॉइंट नंबर 35 में स्पष्ट लिखा है कि झारखंड के संथाल के 6 जिलों में घुसपैठ पाकुड़ और साहिबगंज के इलाके से हुई, जो पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश से नजदीक का इलाका है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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