रांची(RANCHI ): - झारखंड विधानसभा का चुनाव जल्द होने वाला है.अक्टूबर महीने में चुनाव आयोग तारीख का ऐलान करेगा. उससे पहले चुनाव आयोग की टीम रांची पहुंची और दो दिवसीय दौरे में बैठकों का दौर चला है.दूसरे दिन यानी 24 सितंबर को सरकार की मशीनरी के साथ बैठक की. जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर बड़ा संदेश दिया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने क्या कहा अधिकारियों को
भारत निर्वाचन आयोग की 12 सदस्य टीम सोमवार को रांची पहुंची थी. रेडिसन ब्लू होटल में बैठक हुई. सबसे पहले राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. कल नौ राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों से चुनाव के संबंध में सुझाव मांगा. भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से कैबिनेट सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से मुक्त रखने की मांग की. इसके अलावा दो चरण में चुनाव कराने का आग्रह किया. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी केंद्रीय सुरक्षा बल की प्रतिनियुक्ति को तार्किक तरीके से करने का आग्रह किया.
इसके अलावा कम चरण में मतदान करने का अनुरोध किया. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह भी कहा है कि चुनाव दिसंबर में कराए जाने चाहिए. चुनाव आयोग की टीम ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से भी चुनाव की तैयारी के संबंध में चर्चा की. दूसरे दिन की बैठक काफी महत्वपूर्ण रही है. इसमें सभी जिलों के उपायुक्त और पुलिस कप्तान शामिल हुए. वरीय पुलिस अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए सीधे तौर पर आप लोग जिम्मेवार होंगे. सुरक्षा बलों तैनाती ऐसी होनी चाहिए ताकि किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं हो. मतदान के लिए सामग्री के वितरण से लेकर मतदान कराना और ईवीएम को वज्रगृह में सुरक्षित रखवाने की व्यवस्था बहुत ही पारदर्शी होनी चाहिए. इस कार्य में अगर कोई लापरवाह दिखा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि चुनाव की घोषणा के बाद राज्य सरकार की सरकारी मशीनरी सीधे चुनाव आयोग के नियंत्रण में आ जाती है.
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