जामताड़ा (JAMTARA) : जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के डोकीडीह गांव में बीते देर रात सरस्वती मूर्ति विसर्जन का जुलूस निकाला जा रहा था. तभी अचानक कुछ अल्पसंख्क समुदाय के लोगों ने मौके पर मौजूद पुलिस बल पर हमला बोल दिया. कुछ ही समय में पुलिस पर ईंट पत्थरों की बरसात होने लगी. बचाव के लिए पहले तो पुलिस ने लाठियां भांजी. फिर अनियंत्रित स्थिति होते ही पुलिस ने भीड़ पर ताबर तोड़ 12 राउंड फायर की. इस दौरान पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह सहित चार पुलिस बल के जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. फिलहाल पुलिस गांव में छावनी बनाकर एसपी और डीसी यहां कैंप कर रहें हैं.
क्या है मामला
जैसे ही विसर्जन के लिए सरस्वती मूर्ति ले कर डोकीडीह मुस्लिम कस्बे से जाने लगा. वैसे ही प्रशासन की टीम पर हमला शुरू हो गया. उस वक्त बीडीओ प्रभाकर मिर्धा, साइबर डीएसपी मजहरूल होदा, सर्किल इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह, थाना प्रभारी अभय कुमार, सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार ठाकुर, एएसआई संतोष गोस्वामी, सहायक अभियंता कुमार अनुराग मौके पर मौजूद थे. जुलूस जैसे ही कस्बे में प्रवेश किया, वैसे ही अल्पसंख्क सनुदाय के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. प्रशासन के समझाने के बाद भी छत से पथराव शुरू होने लगा. जिस पर पहले पुलिस ने लाठी चलाई. एक-एक कर पुलिसकर्मी घायल होने लगे. इंस्पेक्टर मनोज कुमार, हवलदार संजय कुमार मेहता, पुलिस जवान राकेश कुमार और एएसआई संतोष गोस्वामी घायल हो गए. मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट ने स्थिति को गंभीर होते देख फायर करने का आदेश दिया. जिस पर पुलिस ने ताबरतोड़ गोलियां चला कर उपद्रवियों को खदेड़ा. तब से मौके पर एसपी मनोज स्वर्गयारी और डीसी फ़ैज़ अंक अहमद मुमताज कैंप कर रहें हैं. गांव पुलिस छानबीन में बदल गई है. समाचार प्रेषण तक किसी भी उपद्रवियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. अलबत्ता डीसी ने कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया है. वहीं एसपी ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है. जबकि स्थानीय विधायक ने विज्ञप्ति जारी कर दोनों पक्ष से शान्ति बनाए रखने का आह्वान किया है.
रिपोर्ट : आर पी सिंह, जामताड़ा
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