जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : लौहनगरी जमशेदपुर शहर इन दिनों गैंगवार नगरी के नाम से जाना जा रहा है, जहां आए दिन नए-नए अपराधियों के गैंग सक्रिय हो रहे हैं और जमीन विवाद को लेकर विभिन्न थाना क्षेत्रों में अपराधी एक-दूसरे के खून के प्यासे बनते जा रहे हैं. लंबे समय से जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे और इसकी दलाली और वर्चस्व को लेकर जमीन माफिया के बीच गैंगवार चल रहा है. इन दिनों आएदिन जमीन विवाद को लेकर शहर में गोलीबारी, गैंगवॉर और हत्याएं जैसी खबरें सामने आ रही है. वहीं विधायक सरयू राय ने राजनीतिक नेता पर अपराधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
लोगों में जमीन और घर खरीदने और बेचने का डर
जमशेदपुर शहर में जिस तरह जमीन के विवाद को लेकर कई सालों से हत्या का सिलसिला जारी है और नए नए गैंग जमीन कब्जा और वर्चस्व को लेकर अपराधी एक दूसरे की हत्या कर रहे हैं इन घटनाओं से शहर के लोग अब डरे सहमे रहते हैं लोगों का कहना है कि जमीन और घर खरीदने और बेचने में भी डर लगता है करें तो क्या करें. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में जमीन को लेकर कई हत्याएं जमशेदपुर शहर में हो चुकी है. जिससे जिला प्रशासन ही नहीं आम लोग भी काफी त्रस्त है.
ट्रायल लेट से होने से अपराधी बदल देते हैं गवाह
इन घटनाओ में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को चाहिए कि मामले में जो स्पेशल ट्रायल होते हैं उसे जितना जल्दी हो सके पुलिस को करवाना चाहिए, ट्रायल लेट से होने से अपराधी गवाह को डरा कर गवाही बदल देते हैं जिसकी वजह से अपराधियों को सजा नहीं होती है और अपराधियों का मनोबल और बढ़ जाता है. और फिर एक दो महीना बाद जेल से छूट कर फिर अपराधी इसे शुरू कर देते हैं.
अपराधियों को राजनीतिक नेता देते हैं बढ़ावा- सरयू राय
वहीं शहर में आए दिन जमीन विवाद को लेकर हत्याओं पर विधायक सरयू राय ने इसके पीछे सरगना सफेदपोश ओं का नाम लिया उनका कहना है कि अपराधियों को राजनीतिक नेता बढ़ावा देते हैं और पुलिस उस पर कार्रवाई नहीं कर पाती है. अमरनाथ सिंह हत्या मामले में अमरनाथ के पीछे मंत्री बन्ना गुप्ता का नाम लेते हुए सरयू राय ने कहा कि नेता द्वारा इन लोगों को बढ़ावा दिया जाता है और पुलिस इस पर कार्रवाई नहीं कर पाती. जिससे आए दिन शहर में अपराधिक घटनाएं होती है. सरयू राय ने आगे कहा कि गैंगवार में युवा पीढ़ी गलत दिशा पर जा रहे हैं और इसका भरण पोषण राजनीतिक तौर पर किया जा रहा है इसके खिलाफ बड़ा अभियान चलाना जरूरी है.
जमशेदपुर पुलिस की खुली चेतावनी
इस पूरे मामले पर जमशेदपुर के एसएसपी एक्शन में दिख रहे हैं उन्होंने कहा कि अपराधियों को जमशेदपुर पुलिस की खुली चेतावनी है कि शांत हो जाए वरना पुलिस के हथियार सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है उन हथियारों में जो गोली है अब किसके नाम पर है वह हमें भी नहीं पता चलेगा. उन्होंने साफ-साफ अपराधियों को मुख्यधारा में जुड़ कर रहने की चेतावनी दी है. अब अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं सीधे एनकाउंटर किया जाएगा. एसएसपी ने कहा कि पूरे शहर में जमीन कारोबारियों की तीन कैटेगरी बनाई जा रही है. जिसमें उन भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई होगी जो अपराधी हैं.
जानिए जमीन मामले को लेकर कब तक कहां हुई हत्या
1- 19 जनवरी 2015 को परसुडीह के करनडीह चौक पर झामुमो नेता लखाई हांसदा कि हत्या.
2- 12 भी 2020 को परसुडीह में भाजपा नेता मृगेंद्रनाथ हेंब्रम की हत्या.
3- 29 दिसंबर 2021 को मानगो आजादनगर जमीन कारोबारी दानिश की हत्या.
4- जनवरी 2023 को मानगो जाकिर नगर में जमीन कारोबारी शब्बीर की हत्या.
5- 18 फरवरी 2020 को कदमा शास्त्री नगर में रंजन सिंह की हत्या.
6- 7 अक्टूबर 2018 के एमजीएम क्षेत्र में भाजपा नेता राकेश सिंह की हत्या.
7- जून 2021 में सोनारी के अधिवक्ता एनके सिंह की हत्या.
8- 2022 परसुडीह में नागेंद्र सिंह और सोनारी में तिलो सरदार की हत्या.
9- 5 जुलाई 2023 गोविंदपुर में जमीन कारोबारी अश्विन कुमार की हत्या.
10- 12 मई 2017 गोविंदपुर में जमीन कारोबारी संजीव सिंह की हत्या.
11-22 जुलाई 2020 बिरसानगर में अवैध जमीन पर कब्जा करने का विरोध करने पर अधिवक्ता प्रकाश यादव की हत्या.
12- 26 जनवरी 2018 एमजीएम क्षेत्र में गब्बर और चंद्रशेखर की हत्या.
जमीन कब्जे को लेकर गैंगवार
1- 11 मई 2018 उलीडीह ईट और बालू कारोबारी ललन सिंह के पुत्र विशाल सिंह की हत्या
2- 29 अक्टूबर 2015 मानगो भाजपा नेता छोटू पंडित की हत्या.
3- 2016 उलीडीह में सुरेंद्र सिंह की हत्या.
4- 2019 दो पक्ष के बीच गैंगवार एक की हत्या.
5- 2022 जमीन को लेकर विक्की सिंह की हत्या.
6- 2023 में जमीन और रंगदारी को लेकर चार बार गैंगवार.
7- 2023 पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ सात गिरफ्तार .
8- देवघर के दुमका में जमशेदपुर के गैंग के मुख्य सरगना अमरनाथ सिंह की हत्या.
रिपोर्ट: रंजीत कुमार ओझा
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