Jamshedpur Encounter: झारखंड में अनुज कनौजिया को शरण और संरक्षण देने वाले के नाम के खुलासे का कैसे बढ़ रहा पुलिस पर दबाव, पढ़िए !

धनबाद(DHANBAD) : मुख्तार अंसारी गैंग के कुख्यात शूटर अनुज कनौजिया का जमशेदपुर में एनकाउंटर के बाद संरक्षण देने वाले लोगों के नाम के खुलासे को लेकर राजनीति गर्म हो गई है. विपक्ष के नेता सरकार और पुलिस से सवाल कर रहे है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर अनुज कनौजिया जमशेदपुर में पिछले कई महीनो से छुपा हुआ था. जमशेदपुर पुलिस को बताना चाहिए कि अनुज को शरण देने वाले कौन थे? कौन लोग उनकी मदद कर रहे थे? भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के खूंखार अपराधी को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था. राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे अपराधियों को संरक्षण देना लॉ एंड ऑर्डर के लिए सही नहीं है.
राज्य सरकार संरक्षण देने वाले का पर्दाफाश करे
ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर संरक्षण देने वाले का पर्दाफाश करे. जदयू विधायक सरयू राय ने कहा है कि यूपी के पुलिस अधिकारी के हाथ में गोली लगाना एक सामान्य घटना नहीं है. जमशेदपुर पुलिस को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपी का अपराधी जमशेदपुर में महीनो छुपा रहता है. इसके पीछे जमशेदपुर के किसी न किसी गिरोह का हाथ संभव है. अनुज कनौजिया जमशेदपुर बिना किसी मकसद के क्यों आएगा? जमशेदपुर के अपराधिक अथवा राजनीतिक जगत की कौन सी ऐसी शक्तियां हैं, जिन्होंने उसे जमशेदपुर बुलाया और छुपा कर रखा था.
क्या कहा मंत्री रामदास सोरेन ने
वही, इस मामले में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा है कि जमशेदपुर के गोविंदपुर में पुलिस मुठभेड़ में यूपी का जो व्यक्ति मारा गया है, वह कुख्यात अपराधी था. हेमंत सरकार अपराध व अपराधियों का सफाया करने के संकल्प के साथ काम कर रही है. अपराधी की मौजूदगी की सूचना पर जब पुलिस गई तो गोली चलाई गई. पुलिसकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी मुस्तादी के साथ अपना काम कर रही है. इधर, यह भी पता चला है कि जमशेदपुर के जिस भूमिहार मेंशन में अनुज कनौजिया ठहरा हुआ था, उसे पुलिस ने सील कर दिया है. यह संपत्ति किसकी है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले में पुलिस ने राहुल सिंह को हिरासत में लिया है. पुलिस राहुल से अनुज के संबंध में पूछताछ कर रही है. इधर, यह भी पता चला है कि भूमिहार मेंशन किसी चिंटू सिंह उर्फ शशि शेखर की है, जो जमीन के कारोबार से जुड़ा हुआ है. अभी वह पुलिस की पकड़ से बाहर है. उसके पकड़ में आने के बाद ही पूरे तथ्य से खुलासा हो सकता है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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