रांची(RANCHI): अब वह दिन दूर नहीं जब आप रांची से धनबाद तक का सफर बैगर किसी हिच-हिच के महज कुछ एक घंटों में पूरा कर सकते हैं. अभी तक हालात यह है कि आपको ओरमांझी से गोला, पेटवार होकर जैनामोड़ तक जाने के लिए काफी लम्बा जाम का सामना करना पड़ता है और यह सब कुछ होने वाला है. भारतमाला प्रोजक्ट के कारण. यहां यह याद रहे कि यह राज्य का पहला एक्सप्रेस-वे होगा.
क्या है भारत माला प्रोजेक्ट
यहां यह भी याद दिला दें कि भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project) एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना है. इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जा रहा है, जो अब तक अधूरे पड़े हैं. गुजरात-राजस्थान से शुरु होकर यह परियोजना पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झाऱखंड को भी कवर कर रही है. इसका मुख्य उद्देशय बंदरगाहों और सड़क, राष्ट्रीय गलियारों (नेशनल कॉरिडोर्स) को ज्यादा बेहतर बनाना और राष्ट्रीय गलियारों को विकसित करने के साथ ही पिछड़े इलाकों, धार्मिक और पर्यटक स्थलों को आपस में जोड़ना है. केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है. सरकार के मुताबिक योजना के पूरा होने पर राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर हो जायेगी. इसके पहले चरण में 29,000 किलोमीटर का सड़क के निर्माण कार्य में करीबन 5,5 खरब का खर्च किया आयेगा.
किन-किन गांवों में किया जा रहा है अधिग्रहण
इस परियोजना के तहत आठ लेन का सड़क निर्माण के लिए ओरमांझी से गोला तक उपनगड़ू. तापे, वनलोटवा, सांडी, खुदिया, रोला, कोआलू, चाड़ू, चैनवारी, कुरुम, लेठनगरु, कूटे, पालू, गुड्डु आदि 15 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है. बनने वाली सड़क की लम्बाई करीबन 82 किलोमीटर होगी.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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