रांची(RANCHI): 13 साल से धनबाद के सबसे बड़े कोयला कारोबारी का हत्यारा में चर्चा चल रहा है. पुलिस के पास भी शशि सिंह के बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन इस बीच फरार मोस्ट वांटेड धनबाद पहुंचा और अंधा धुन गोलियां चलाई फिर आराम से निकल गया. ऐसा अक्सर फिल्म में देखा जाता है. लेकिन धनबाद में ऐसा ही कुछ हुआ है. इन सब के बीच पुलिस को गोली चलने तक की जानकारी है.अब सवाल है आखिर इस पूरे खेल में कौन कौन शामिल है. क्या शशि धनबाद में ही अंडर ग्राउन्ड हो कर बैठा है और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी है. आखिर रागिनी सिंह के दफ्तर के बाहर गोली चला कर क्या किसी बड़े वारदात की चेतावनी दी गई है.
कौन है शशि सिंह
इन सब सवालों से पहले शशि सिंह के बारे में जान लेते है. आखिर कौन है और इतना हंगामा फिर क्यों मचा है. बात 2011 के दिसंबर की है. जब धनबाद के बड़े कोयला कारोबारी में शामिल सुरेश सिंह की हत्या एक पार्टी में गोली मार कर कर दी गई थी. इस पूरी वारदात में मुख्य आरोपी शशि सिंह निकला. वारदात के बाद से उसका कोई पता नहीं चला आखिर कहाँ गया. धनबाद में है या कही बाहर निकल चुका है. पुलिस ने लाख कोशिश की लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लग सका. आखिर में केस ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
सुबह गोली बारी से दहल उठा क्षेत्र
लेकिन 13 साल के बाद 11 जनवरी 2024 की सुबह शशि सिंह की चर्चा पूरे धनबाद में होने लगी. सुरेश हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त, रामाधीर सिंह के बेटे शशि सिंह को झरिया में देखा गया. वो भी उनकी ही भाभी रागिनी सिंह के झरिया कतरास मोड़ स्थित कार्यालय में. रागिनी सिंह का दावा है कि शशि ने बंदूक से कई राउंड फायरिंग भी की. इसका एक सीसीटीवी फुटेज भी झरिया विधायक ने मीडिया को उपलब्ध कराया है.
रागिनी का दावा उनकी हत्या की योजना
इस संबंध में झरिया विधायक रागिनी सिंह ने कतरास मोड़ स्थित अपने कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वो पहले से कहती आ रही है कि कुछ लोगों द्वारा उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है. जिसका सबूत भी सामने आ गया है.शनिवार को उनका झरिया विधानसभा में दौरा था. जिसकी जानकारी सभी को थी. वहीं उन्हें सुबह आठ बजे खबर मिली कि कोई दो लोग हथियार के साथ उनके कार्यालय में घुसे. कार्यालय में जब उन्हें कोई नही दिखा तो वे दोनों कार्यालय से बाहर निकल कर उनके पुराने कार्यालय के गेट पर फायरिंग की. जिसका निशान भी दिख रहा है.
उन्होंने कहा कि फुटेज में रामाधीर सिंह के पुत्र शशि सिंह है. कोयला व्यवसायी सुरेश सिंह हत्याकांड में पिछले 14 वर्षों से कानून की नजर में फरार है. उनपर सरकार ने इनाम भी घोषित कर रखा है. और उनके साथ नवीन सिंह उर्फ रतीश भी दिखा है. ये लोग हाथों में कपड़े से ढक कर रिवाल्वर लिए हुए थे. ये सभी पहले कार्यालय में घुसकर इधर उधर का मुआयना किया, जब कोई नही दिखा तो ये बाहर निकले. बाहर में इनके साथ पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के परिजन एकलव्य सिंह और हर्ष सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने बताया कि इसके बाद वे सड़क के दूसरी तरफ बंद पड़े उनके पुराने कार्यालय के पास जाकर वहां फायरिंग की. जिसका दाग कार्यालय के गेट और दीवार पर साफ-साफ दिख रहा है.
अब जांच में होगा साफ गोली चलाने वाले कौन
वहीं सामने आए सीसीटीवी फुटेज में दो व्यक्ति उनके कार्यालय में घुसते दिख रहे है, जो कुछ ही समय के बाद कार्यालय से बाहर निकल जाते हैं. वेसे ये कौन है? ये तो जांच का विषय है. फिलहाल घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है.
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