लोहरदगा में फल-फूलों का इस्तेमाल कर महिलाओं ने बनाया अबीर-गुलाल, कहा - स्किन के लिए पूरी तरह से है सेफ

लोहरदगा- लोहरदगा की महिलाओं के द्वारा पलास के फूलों से गुलाल तैयार किया जा रहा है जो पूरी तरह से प्राकृतिक है और यह स्किन को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाएगा. इसके आलावा अपने खेतों से उगाएं गए पालक से हरा, चुकंदर से लाल, हल्दी से पीला गुलाल तैयार किया जा रहा है. इन महिलाओं का कहना है कि तीन क्विंटल का लक्ष्य पार कर इनके द्वारा 6 क्विंटल प्राकृतिक गुलाल तैयार किया जा चुका है. अरारोट, गुलाब जल के साथ इन फल फूलों का इस्तेमाल अबीर गुलाल बनाने के लिए महिलाएं कर रहीं हैं.
डीसी ने भी की महिलाओं की सराहना
लोहरदगा जिला के कई जगहों पर महिलाओं के द्वारा गुलाल तैयार किया जा रहा है. डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि महिलाओं के द्वारा तैयार इस गुलाल का इस्तेमाल हमें करना चाहिए. जिससे इन महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. बल्कि अबीर इस्तेमाल करने के दौरान किसी भी प्रकार का नुक़सान स्किन में नहीं होगा. लोहरदगा सदर क्षेत्र के जुरिया करम टोली इलाके में महिलाओं के द्वारा इस अबीर गुलाल का निर्माण किया जा रहा है.
लोहरदगा से गौतम लेनिन की रिपोर्ट
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