खूंटी (KHUNTI) : रात का खाना खाकर मां-बेटी निश्चिंत सोने चली गईं. उन्हें अंदाजा भी नहीं था की ये उनकी आखिरी रात होगी. उस रात के अगली सुबह मकान में आग लगी और सोते-सोते ही दोनों की जीवन लीला समाप्त हो गई. घटना खूंटी के अमृतपुर मुहल्ला स्थित एसएस कल्याण छात्रावास के सामने की है. यहां के एक कच्चे मकान में मंगलवार तड़के सुबह अचानक आग लग गई. आग लगने से घर में सो रही मां-बेटी की जिंदा जलने से मौत हो गई. मृतिक मां का नाम सुसाना कच्छप और बेटी का नाम सुषमा कच्छप है. घर में इन दोनों के साथ सलोनी होरो, मृतिका सुसाना कच्छप की बहन भी मौजूद थी जो घटना में सुरक्षित बच गई.
मदद के लिए छात्रावास के बच्चें आए सामने
आगलगी की इस घटना में बची सलोनी होरो ने बताया कि मकान के अंदरूनी हिस्से में उसकी दीदी और भतीजी एक बेड में सोई हुई थी, जबकि वह मकान के बाहरी हिस्से के बरामदे में सोई थी. तड़के लगभग सवा तीन बजे उसे आग लगने की जानकारी हुई. इस पर घर के बाहर निकल कर उसने सहायता के लिए हल्ला मचाया, लेकिन आस-पास मौजूद घरों से कोई बाहर नहीं आया. उसकी आवाज सुन पास ही मौजूद आदिवासी छात्रावास में रहने वाले एसएस प्लस टू के विद्यार्थी सहायता के लिए आए और आग को बुझाने का प्रयास शुरू किया. छात्रावास के विद्यार्थियों ने ही अग्निशमन दस्ता और खूंटी पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने के बाद लगभग 5 बजे अग्निशमन का दस्ता दमकल के साथ वहां पहुंचा और फिर आग को पूरी तरह से बुझाने में सफलता मिली.
घर में आग लगने की वजह
आग पर काबू पाने के बाद इसका खुलासा हुआ कि घर के अंदर बेड में सो रही मां बेटी की जलने से मौत हो गई है. आग से जलकर मां बेटी का शव बुरी तरह से खाक हो गई है जिसे पुलिस ने उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. समाचार लिखे जाने तक आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि शार्ट सर्किट के कारण मकान में आग लगी होगी. घर में अकेली रहने वाली तीनों महिला मुर्गी पालन और बकरी पालन कर किसी प्रकार अपना जीविकोपार्जन करते थे.
रिपोर्ट : समीर, रांची
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