धनबाद(DHANBAD): झारखंड में 5.1% छात्र किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. यह आंकड़ा जितना चिंताजनक है, उतना डराने वाला भी है. शुक्रवार धनबाद में आयोजित एक कार्यशाला में यह आंकड़ा उभर कर सामने आया. निर्णय लिया गया कि शिक्षण संस्थानों के एक सौ गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा. कहा गया कि तंबाकू सेवन की आदत स्वास्थ्य के लिए बड़ी समस्या है. इसके बचाव के लिए जरूरी है कि तंबाकू सेवन के दुष्परिणाम से अवयस्क और युवा वर्ग को जागरूक किया जाए. वैसे तंबाकू का उपयोग दुनिया के लिए भी चिंता का विषय है .स्कूल ,कॉलेजों के अगल-बगल गुमटीओ में तंबाकू की बिक्री खूब हो रही है .हल्ला तो खूब होता है लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती. दो-चार दिन जांच पड़ताल होती है, उसके बाद मामला फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है. जमीन पर कार्य होते नहीं है. नतीजा है कि अपने-अपने ढंग से दुकानदार तंबाकू बेचते हैं और बच्चे इसकी लत पकड़ लेते हैं .जरूरत है इसके खिलाफ सततअभियान चलाने का. स्कूल प्रबंधन को भी इस ओर सचेत होना होगा. वैसे सिर्फ घोषणाएं करने से कुछ नहीं होता धनबाद में पॉलिथीन के खिलाफ खूब जोर शोर से अभियान चला लेकिन उस अभियान का फलाफल कुछ नहीं निकला. नतीजा है कि पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. छापेमारी शुरू हुई तो लोग छिप छिपकर पॉलिथीन में सामान बेचते थे ,लेने वालों में भी डर हो गया था लेकिन अब सब कुछ सामान्य हो गया है, और पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह,धनबाद
4+