रांची (RANCHI): देश में साइबर अपराधियों का गढ़ जामताड़ा को माना जाता है. यहां के साइबर अपराधी देश के कई बड़े सेलिब्रिटी और नेताओं को अपना शिकार बना चुके है. लेकिन जैसे-जैसे लोग जागरूक हो रहे है वैसे ही साइबर अपराधी अपने अपराध का तरीका बदल रहे है. अब बिजली बिल और मैनेजर नहीं बल्कि बैंक के मोबाईल ऐप को बना कर लोगों को शिकार बना रहे है. ऐसे ही मामले का खुलासा आज CID ने किया है.
कक्षा पांच का छात्र लोगों को बनाता था अपना शिकार
CID एसपी एस कार्तिक ने बताया कि ICICI बैंक के जरिए एक शिकायत CID को मिली थी. जिसमें बताया गया था कि ICICI बैंक का फेक एप्प और वेबसाइट इस्तेमाल कर लोगों के मोबाइल से डेटा की चोरी की जा रही है. जिसके बाद CID ने जांच शुरू किया और इसमें जामताड़ा के रहने करण मंडल को गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि करण मोबाइल ऐप के जरिए फोन के डेटा को चोरी करने के बाद इसे कई लोगों को बेचने का काम करता था. जिसके बाद उस डेटा के नाम पर ब्लैकमेल करने का काम किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि आरोपी करण कक्षा पांचवी का छात्र है. वह ऑनलाइन कुछ टेक्निकल पढ़ाई कर जानकारी इकट्टा किया. उसके बाद से फिर ऐप के जरिये लोगों को शिकार बनाने का काम शुरू कर दिया था.
CID एसपी ने लोगों से की अपील
इस घटना के बाद CID एसपी ने लोगों से अपील किया है कि अगर किसी तरह का कॉल आता है. तो उससे बचने की कोशिश करें. किसी भी तरह से अज्ञात कॉल आने पर उसकी शिकायत नजदीकी थाना या 1930 में जरूर करें. जागरूकता से ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है. एसपी ने बताया कि जामताड़ा गैंग तरह-तरह के साइबर अपराध के हथकंडे अपना रहे है. पहले बैंक मैनेजर बन कर ठगी का शिकार बना रहे थे. बाद में इनका ट्रेंड बदला और बिजली बिल के नाम पर शिकार बनाया जा रहा था. लेकिन अब ऐप बना कर लोगों को शिकार बना रहे है.
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