धनबाद(DHANBAD) : झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन अपनी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सक्रियता बढ़ा दी है. इसी क्रम में बुधवार को धनबाद में हल्ला बोल रैली निकाली गई. पूरे राज्य में 8 और 9 दिसंबर को दो दिवसीय हड़ताल प्रस्तावित है. आज की हल्ला बोल रैली महामंत्री राम कृष्णा सिंह के नेतृत्व में निकाली गई. उन्होंने कहा कि हड़ताल के लिए बिजली कर्मियों को बाध्य किया जा रहा है. उनकी 20 सूत्री मांगों पर झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
चार बार सकारात्मक वार्ता हुई लेकिन नहीं लागू किये गए फैसले
चार बार सकारात्मक वार्ता हुई. लेकिन, निर्णय पर अमल नहीं किया जा रहा है. इन सब कारणों से कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है और अब वह हड़ताल पर जाने को विवश हैं. महामंत्री राम कृष्णा सिंह ने कहा कि बिजली कर्मियों की हड़ताल होने से सबको परेशानी होगी. वह भी चाहते हैं कि हड़ताल के पहले ही उनकी बातें सुनी जाए और उस पर सकारात्मक पहल शुरू कर दिया जाये. लेकिन, बिजली वितरण निगम लिमिटेड कान में ठेपी डालकर सोया पड़ा है. हड़ताल से उद्योग धंधों को भी परेशानी होगी, छोटे-छोटे उपभोक्ता दिक्कत में पड़ेंगे, लेकिन आखिर बिजली कर्मचारी कितने दिनों तक बर्दाश्त करें. उनके अनुसार, बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांगों में 6 प्रतिशत ऊर्जा भत्ता, 3000 का पे ग्रेड सहित अन्य मांगे शामिल हैं.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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