धनबाद(DHANBAD) : धनबाद से चलने वाली कोयंबटूर स्पेशल ट्रेन को बंद कर बिहार ले जाया गया था. यह धनबाद रेल डिवीजन में पड़ने वाले संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के सांसदों के लिए बड़ी चुनौती थी. लेकिन सांसदों के सक्रिय होने के पहले धनबाद डिवीजन के डीआरएम की पहल पर रेलवे बोर्ड ने फिर से धनबाद से कोयंबटूर के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है. उम्मीद है कि 18 जनवरी या 15 फरवरी से ट्रेन दोबारा पटरी पर लौट सकती है. गया से चल रही गया- कोयंबटूर-गया स्पेशल का विस्तार धनबाद तक कर दिया जाएगा. यह ट्रेन फिलहाल रद्द है.
18 जनवरी से या 15 फरवरी से चल सकती है यह ट्रेन
सूत्रों के अनुसार 18 जनवरी से यह ट्रेन धनबाद से नहीं चली तो 15 फरवरी से चलाया जा सकता है. इसके समय सारणी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सोमवार को मंडल रेल प्रबंधक कमल किशोर सिन्हा ने बताया था कि इस ट्रेन को फिर से चलाने के प्रयास किये जा जा रहे है. ऑपरेटिंग के अधिकारियों ने डीआरएम के निर्देश पर मुख्यालय के अधिकारियों से बात की. शाम होते-होते रेलवे बोर्ड से धनबाद -कोयंबटूर स्पेशल फिर से चलाने की मंजूरी मिल गई. फिलहाल धनबाद की उपेक्षा कर इसे गया (बिहार ) से चलाया जा रहा है. बता दे कि The Newspost ने इस खबर को चलाया था और सांसदों के लिए चुनौती बताया था.
खबर में क्या लिखा था The Newspost ने
लिखा था कि धनबाद रेल डिवीजन में पड़ने वाले संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि देख लीजिए! धनबाद मंडल के साथ रेलवे कैसा सौतेला व्यवहार कर रहा है. धनबाद के सांसद भी देख लें, गिरिडीह के सांसद भी नोटिस करें, रांची के सांसद भी देख लीजिए, पलामू के सांसद भी जरूर देखें, हजारीबाग के सांसद भी देख लीजिये. कैसे धनबाद से चलने वाली कोयंबटूर स्पेशल ट्रेन को बंद कर बिहार ले जाया गया है, जबकि आपके संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाला धनबाद रेल मंडल कमाई में देश का सिरमौर है.
धनबाद के साथ उपेक्षा के तौर पर देखा जा रहा था
फिर भी धनबाद को सुविधा के नाम पर छला जाता रहा है.लेकिन सुखद बात यह रही कि रेल मंडल के अधीन आने वाले सांसदों के सक्रिय होने के पहले डीआरएम सक्रिय हो गए और धनबाद मंडल की प्रतिष्ठा बच गई. धनबाद से चल रही कोयंबटूर के लिए स्पेशल ट्रेन को बंद कर गया(बिहार) से कोयंबटूर स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा को धनबाद का रेलवे के साथ सौतेला व्यवहार के रूप में देखा जा रहा था.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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