जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में डॉक्टर के साथ मारपीट का मामला शांत होने के नाम नहीं ले रहा है. लगातार तीसरे दीन भी डॉक्टरों का हड़ताल जारी है. अस्पताल के तमाम कर्मियों का समर्थन तो मिल ही रहा था. इसी बीच अब आईएमए भी डॉक्टरों के हड़ताल का समर्थन कर रहे है. आईएमए ने साफ तौर पर कह दिया है कि डॉक्टरों के सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम जब तक नही किया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा.
आईएमए ने हड़ताल की दी चेतावनी
आईएमए सचिव डॉ सौरभ चौधरी ने बताया कि एमजीएम अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने की मांग वर्षों से की जा रही है. इसके बावजूद भी जिला प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रही थी. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा. इसी के साथ आईएमए ने ऐलान किया है कि दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पूरे राज्य के सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सक सुबह छह बजे से हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान किसी तरह के मरीजों के नुकसान की जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी.
आरोपी की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा हड़ताल
वहीं एमजीएम अस्पताल के प्रिंसिपल भी डॉक्टरों के हड़ताल को समर्थन देते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर अधीक्षक से ठोस पहल करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर लेती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.
मरीजों का हुआ बुरा हाल
वहीं दूसरी ओर अस्पताल में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल की विधि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. खासकर दूरदराज से आनेवाले मरीजों का इस हड़ताल के कारण बुरा हाल हो गया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल सोमवार की देर रात एमजीएम में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल समेत डॉक्टर पर लापरवाही का आरोपी लगा कर बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. जिससे एनएसआईयू वार्ड में तैनात डॉक्टर कमलेश के सिर पर गहरी चोट आई थी. और वह बुरी तरह घायल हो गया था. इसी बात से गुस्साए डॉक्टर समेत अस्पताल के सभी कर्मचारी हड़ताल पर बैठकर अस्पताल की विधि व्यवस्था का विरोध जताया है. डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने एवं अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं.
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