देवघर(DEOGHAR):समय के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक, फर्नीचर, बुक्स,कपड़े इत्यादि कई तरह की सामानों से घर भर जाता है. इनमें ऐसे भी समान होते है जिसका उपयोग नहीं किया जा सकता. समय ऐसा है कि लोग दूसरे का प्रयोग किया हुआ समान लेना पसंद नहीं करते. तब घर में रखा अनुपयोगी समानों को गृह स्वामी द्वारा बाहर या नाला में फेंक दिया जाता है. जिससे नाला जाम, कचड़ा का अंबार लगने से गंदगी फैलती है. घर में रखे अनुपयोगी समानों को इधर उधर अब नही फेंके. आप इसे दान कर सकते है. आपके दान दिए गए अनुपयोगी समानों को शायद किसी जरूरतमंद लोगों को काम आ जाए. इसी परिकल्पना को साकार करने के लिए भारत सरकार के शहरी और आवासन कार्य मंत्रालय झारखंड सरकार के शहरी और आवासन विभाग के सौजन्य से मेरी लाइफ,मेरा स्वच्छ शहर कैंपेन शुरू किया गया है.
इन केंद्रों पर दान दे सकते हैं घर की अनुपयोगी समान
देवघर शहर का जिस प्रकार से विकास हो रहा है वैसे में यहां जनसख्या भी बढ़ रही है. लोग तेज़ी से शहरी क्षेत्र में अपना आशियाना बना रहा है. अपार्टमेंट कल्चर भी लोगो को पसंद आ रहा है. आवादी और समय के साथ साथ घर में अनुपयोगी सामाने भी बढ़ रही है. तो आप इसे फेंके नही इन केंद्रों पर दान दे सकते हैं. नगर निगम के आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल के निर्देश पर शहरी क्षेत्र में 6 स्थानों पर RRR (Reduce,Reuse, Recycle) सेंटर बनाया गया है. यह सेंटर अटल स्मृति पार्क,नेहरू पार्क,वार्ड 13 स्थित वार्ड विकास केंद्र, नगर स्टेडियम के समीप वार्ड विकास केंद्र, अम्बे गार्डेन और जसीडीह स्थित नरेंद्र भवन में आप अनुपयोगी सामानों को दान दे सकते हैं. अगर आप इन केंद्रों पर जाना पसंद नहीं करते हैं, तो कोई बात नहीं है। RRR ऑन व्हील की सुविधा भी रहेगी. जिसके तहत निगम क्षेत्र के प्रत्येक घर मे जाकर पुरानी और अनुपयोगी चीज़ों को कलेक्ट करेगा.
इस तरह का अनुपयोगी समान कर सकते हैं दान
लंबे समय से घर में रखा वैसा समान को आप अपने स्वेच्छा से दान कर सकते हैं. आपके घर में बच्चो के कपड़े,स्कूल ड्रेस,स्कूल बैग हो या फिर आपके घर में रखा किताब, कॉपी,चप्पल,जूते मौजे,फर्नीचर, उपकरण,व्हीलचेयर, साईकल,स्वेटर,जैकेट, बेड शीट्स,किचन का समान,बाल्टी,मग,पुराना खिलौना,दरी,चटाई. जो आपके काम नहीं आ रहे वो सामानों को आप अगर दान करते हैं तो शायद कोई जरूरतमंद इसका इस्तेमाल कर सकता है.
आपकी एक मदद से सवरेगी किसी की जिंदगी
आर्थिक रूप से कमजोर,लाचार लोगों के लिए यह समान काफी मायने रखती है. अब देखना होगा कि शहरी क्षेत्र के लोग कितना खुलकर अनुपयोगी समान का दान करते हैं. और कितने जरूरतमंद इसका लाभ उठाते है. शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए भी यह एक अच्छी पहल मानी जा सकती है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
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