धनबाद(DHANBAD): नई दिल्ली के ताल कटोरा इन्डोर स्टेडियम में रेलकर्मियों के संगठन, ऑल इण्डिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के शताब्दी अधिवेशन के प्रतिनिधि सत्र का आयोजन गुरूवार को सम्पन्न हुआ. जिसमें पूरे भारतीय रेल के कोने-कोने से 1500 से अधिक प्रतिनिधियों एवं 3000 से अधिक अन्य संगठन के सक्रिय एवं समर्पित कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. ईसीआरकेयू की ओर से महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव सहित 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया. एआईआरएफ के सभी पदाधिकारी एवं जोनल सचिवों के साथ-साथ आई टी एफ इन्लेण्ड ट्रान्सपोर्ट रेलवे सेक्शन की स्ट्रेटिजिक प्लानर एवं एआईआरएफ महिला विंग की चेयरपर्सन श्रीमती जया अग्रवाल, संयोजक श्रीमती प्रवीणा सिंह एवं एच एम एस एशिया-पेैशिफिक विंग की अगुआ सुश्री चंपा वर्मा मंच पर उपस्थित रहे. इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक ‘शताब्दी अधिवेशन‘ में रेल कर्मचारियों के समक्ष उपस्थित चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा हुई. ऑल इंण्डिया रेलवे मेन्स फेडरेशन की पहल पर ‘‘नेशनल पेशन सिस्टम‘‘ (एनपीएस) की खामियों के मद्देनजर गठित पुरानी पेशन स्कीम बहाली का संकल्प संयुक्त मंच (जेएफआरओपीएस) द्वारा लिया गया. इस अधिवेशन में इस तथ्य पर गम्भीर मंत्रणा के बाद सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया कि यदि नौजवान रेलकर्मियों एवं अन्य सरकारी कर्मचारियों के लिए परिभाषित एवं गारेन्टेड पेंशन में प्रदत लाभ एवं सुविधाए बहाल नहीं की जाती हैं, तो देशव्यापी आम हड़ताल को टाला नहीं जा सकेगा. शताब्दी अधिवेशन के प्रतिनिधि सत्र में रेलकर्मियों के 40 प्रमुख मांग पत्र सहित कुल 9 प्रस्तावों को भी विस्तृत विचार विमर्श के बाद पारित करने का कार्य हुआ.
यूनियन की मान्यता प्राप्त करने के लिए होने वाले चुनाव की तैयारी में जुटे
सम्मेलन के केन्द्रीय मंच से रखे गए प्रस्तावों पर अपनी बात रखते हुए ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव ने कहा कि यूनियन के सभी सक्रिय सदस्यों, युवा समिति एवं महिला समिति के सदस्यों को अगस्त में यूनियन की मान्यता प्राप्त करने के लिए होने वाले चुनाव की तैयारी में जुट जाना चाहिए. उक्त जानकारी देते हुए अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन ने कहा कि आने वाले दिनों में होने वाले यूनियन के चुनाव में पूर्व मध्य रेलवे में ईसीआरकेयू को तीसरी बार एकमात्र यूनियन के रूप में स्थापित कराना ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है. इसके लिए हमें रेलकर्मियों के हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित हो जाना चाहिए. यूनियन के मीडिया प्रभारी एन के खवास ने बताया कि इस वार्षिक सम्मेलन में ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव को एआईआरएफ का उपाध्यक्ष,अध्यक्ष डी के पाण्डेय एवं अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन को वर्किंग कमिटी मेम्बर तथा ओ पी शर्मा को जोनल सेक्रेटरी के लिए मनोनीत किया गया. धनबाद मंडल से सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय संगठन मंत्री सोमेन दत्ता एवं नेताजी सुभाष,आई एम सिंह,बी के साव,ए के तिवारी,अमित शेखर सिंह,आर के सिंह,विकास कुमार,सुदर्शन,पी के सिन्हा,रूपेश कुमार,आर एन चौधरी,स्वेता कुमारी, दीपा कुमारी आदि सम्मिलित हुए.
डिमांड कुछ इस प्रकार थे
एआईआरएफ के शताब्दी वर्ष अधिवेशन में रेलकर्मियों की कुछ प्रमुख मांग इस प्रकार थी. नई पेंशन योजना वापस कर गारंटीड पेंशन योजना लागू करो,रेलवे का निजीकरण बंद करो, संरक्षा पदों को सरेंडर करना बंद करो, बोनस की सिलिंग 7000 से बढ़ाकर वास्तविक वेतन के आधार पर निश्चित करो, जोखिम कार्य करने वाले सभी पदों के कर्मचारियों को जोखिम भत्ता स्वीकृत करो, 1800 के पदों के 50 प्रतिशत को 1900 ग्रेड में अपग्रेड करो, ट्रेन मैनेजर और लोको पायलट को एम ए सी पी के तहत 4600 और 4800 ग्रेड पे देना सुनिश्चित करो, चेकिंग स्टाफ को रनिंग स्टाफ की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराओ, पेट्रोलिंग स्टाफ को अधिकतम 12 किमी ही चलाया जाए तथा रक्षक उपकरण मुहैया कराया जाए. इंजिनियरिंग कर्मचारियों को 4600/4800 तक पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराया जाये.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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