SNMMCH: अधिकारी सख्त हुए तो कुछ सुधरी अस्पताल में सफाई व्यवस्था, जानिए क्या है मामला


धनबाद (DHANBAD): आउट सोर्स कंपनियां अधिकारियों की बात तब तक नहीं सुनती, जब तक कि उन्हें कार्रवाई का डर नहीं हो जाता. धनबाद के SNMMCH का मामला इसका उदाहरण है. जब तक अधिकारी मौखिक आदेश-निर्देश देते रहे तब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. व्यवस्था पूरी तरह से तो नहीं लेकिन थोड़ी बहुत जो सुधरी है, उसके पीछे प्रबंधन का कड़ा रुख ही बताया जाता है. शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SNMMCH) की सफाई व्यवस्था आउट सोर्स के जिम्मे में है. पिछले कई माह से सफाई को लेकर हो&हल्ला हो रहा था. लेकिन सफाई क्या होगी, चारों ओर गंदगी भरी पड़ी थी.

आउट सोर्स एजेंसी को बार-बार मौखिक कहने के बाद दी गई चेतावनी
आउट सोर्स एजेंसी को बार-बार मौखिक तौर पर कहने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल के अधीक्षक ने 20 अगस्त को एजेंसी को पत्र जारी किया. पत्र में उन्होंने कहा कि नियमित अधीक्षक शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल, धनबाद से दूरभाष पर प्राप्त निर्देश के आलोक में कहना है कि पूरे अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो गई है. यत्र तत्र कचरा फैला हुआ है एवं विभिन्न विभागों में आ रहे दुर्गंध से भर्ती एवं आने वाले रोगियों को काफी कठिनाइयों हो रही है. आप को निर्देश दिया जाता है कि सफाई व्यवस्था में वांछित सुधार लाना सुनिश्चित करें अन्यथा आप के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
20 अगस्त को मेसर्स कमांडो इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स को लिखा गया है पत्र
यह पत्र 20 अगस्त को मेसर्स कमांडो इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स, न्यू फॉरेस्ट कॉलोनी, हजारीबाग को लिखा गया था. इस पत्र के बाद जैसा कि बताया जाता है कि सफाई व्यवस्था में थोड़ा सुधार हुआ है. आपको बता दें कि पिछले एक साल से अस्पताल में सफाई व्यवस्था को लेकर हो-हल्ला होता रहा है. पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मियों के नहीं होने से अस्पताल परिसर की सफाई नहीं हो रही थी. धनबाद का सबसे बढ़ा सरकारी अस्पताल होने के कारण आने जाने वालो की संख्या अधिक होती है.
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