रांची(RANCHI): राज्य का मौसम धीरे-धीरे ठंडा हो रहा है. लेकिन ईडी की लगातार कार्रवाई राजनेताओं से लेकर अधिकारियों तक के मिजाज गर्म किए हुए है. ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई की वजह से राज्य के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, राज्य के सीएम हेमंत सोरेन पहले भी कह चुके हैं कि अभी हमारे कई और विधायकों और मंत्रियों के यहां ईडी और आईटी की रेड चलेगी. लेकिन सूत्रों की मानें तो ईडी फिलहाल किसी राजनेता के यहां रेड नहीं करने वाली है बल्कि वो जल्द ही एक बड़े अधिकारी को हिरासत में ले सकती है.
विशाल चौधरी से पूछताछ के बाद हिरासत में होंगे अधिकारी
बता दें कि विशाल चौधरी अपनी पत्नी के साथ थाईलैंड भागने की फिराख में था. लेकिन ईडी ने इसे दिल्ली एयरपोर्ट में रोक दिया और 28 नवंबर को पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस बुलाया है. विशाल से पूछताछ में ईडी को कई अधिकारियों की अहम जानकारी हाथ लग सकती है. जिसके बात ईडी एक बड़े अधिकारी को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुला सकती है और फिर उसे हिरासत में ले सकती है.
बड़े अधिकारियों से हैं विशाल के अच्छे रिश्ते
बता दें कि विशाल चौधरी की पैठ झारखंड में सत्ता की गलियारों से लेकर अधिकारियों तक है. इसी रसूख का फायदा विशाल चौधरी उठाता था. कोरोना काल में विशाल चौधरी की कंपनी से ही राज्य सरकार ने कोरोना जांच किट की खरीदारी की थी. इसके अलावा झारखंड में गरीब बच्चों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग का जिम्मा भी विशाल की कंपनी विनायक ग्रुप के पास थी. सूत्रों की मानें तो कई कागजात पर मुहर आधिकारी विशाल के आवास में ही लगाया करते थे.
सात दिसंबर को सीएम हेमंत से भी पूछताछ की चर्चा तेज
दरअसल, खबरे हैं कि सीएम हेमंत सोरेन को दोबारा सात दिसंबर को ईडी कार्यालय बुलाया जा सकता है. लेकिन इसकी पुष्टि ना ही सीएमओ की ओर से की गई है और ना ही ईडी की ओर से. लेकिन चर्चाएं तेज है कि सीएम को ईडी दोबारा कार्यायल बुला सकती है. बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन से ईडी पहले भी 1000 करोड़ के अवैध खनन घोटाले मामले में पूछताछ कर चुकी है. पहली बार सीएम हेमंत 17 नवंबर को ईडी दफ्तर पहुंचे थे. जहां उनसे करीब दस घंटे तक पूछताछ चली थी. हालांकि, पहली पूछताछ के बाद से ही आशंका लगाए जा रहे थे कि सीएम को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
4+