दुमका(DUMKA):झारखंड में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहा हैं. इसी कड़ी में सरकार ने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की. दिवंगत शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का सपना था कि गरीब के बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़े. सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कर सरकार ने उनके सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाया.
दिवंगत शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का सपना कैसे होगा साकार
जिला मुख्यालय से लेकर कई प्रखंडों में इस विद्यालय की स्थापना की गई. विद्यालय भवन को नया लुक दिया गया. शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई. जांच परीक्षा के आधार पर नामांकन के लिए छात्रों का चयन किया गया. विद्यालय को आधुनिकतम सुविधाओं से सुसज्जित किया गया. स्मार्ट क्लास बनाया गया ताकि यहां पढ़ने वाले बच्चे पढ़ लिख कर स्मार्ट बन सकें.
डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पढ़ाई शुरू हुई
खंड की उपराजधानी दुमका में भी सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई. शहर के +2 जिला स्कूल परिसर स्थित डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पढ़ाई शुरू हुई, लेकिन इस स्कूल का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, वैसे The News Post इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता लेकिन वीडियो देखने के बाद कई सवाल खड़े होते हैं.
वायरल वीडियो शुक्रवार का बताया जा रहा है
ये वायरल वीडियो शुक्रवार का बताया जा रहा है, वीडियो में देखा जा सकता है कि विद्यालय भवन के छत से बैग नीचे गिराया जाता है, बैग लेकर चहल कदमी करते हुए छात्र मेन गेट से बाहर निकलता है और दौड़ कर आंखों से ओझल हो जाता है. वीडियो में 2 छात्रों को विद्यालय से भागते देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो के आधार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय प्रबंधन को भी इसकी भनक लगी है. 2 छात्र तो भाग गए लेकिन एक छात्र को पकड़ लिया गया. उसके अभिभावक को इसकी सूचना दी गयी है और सोमवार को विद्यालय बुलाया गया है. इस संबंध में हमने विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ सतेंद्र कुमार सिंह से मोबाइल पर सम्पर्क कर पक्ष जानना चाहा लेकिन किसी कारणवस वो काल रिसीव नहीं कर पाए. जब उनका पक्ष आएगा तो हम उसे भी आपके समक्ष रखेंगे. फिलहाल वायरल वीडियो के आधार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
क्लास छोड़ कर छात्रों द्वारा विद्यालय से बाहर मस्ती करने का ना तो यह पहली घटना है
हर समय में, हर विद्यालय में कुछ छात्र ऐसे होते हैं जो विद्यालय से भागने का कारनामा करते हैं। क्लास छोड़ कर छात्रों द्वारा विद्यालय से बाहर मस्ती करने का ना तो यह पहली घटना है और ना ही आखरी घटना मानी जाएगी. खास कर सरकारी विद्यालयों से अक्सर इस तरह की घटना देखने को मिलती है। यदा कदा निजी विद्यालय से भी इस तरह का वाकया सामने आता है, लेकिन वहां प्रबंधन की सख्ती के कारण घटना की पुनरावृत्ति कम देखने को मिलती है। यही वजह है कि आज के समय में लोग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए निजी विद्यालय की ओर रुख करते हैं.कहते हैं अनुशासन शिक्षा की पहली सीढ़ी होती है. छात्र जीवन में अनुशासन का विशेष महत्व है. ऐसा करने वाले छात्रों को भी समझना होगा कि ऐसा करके वे ना तो अपने अभिभावक को धोखा दे रहे है और ना ही विद्यालय प्रबंधन को वे खुद को धोखा दे रहे है.
अभिभावक हो या फिर शिक्षक सभी को अपने छात्र से जीवन में बेहतर करने की अपेक्षा रहती है.
सामान्य सरकारी विद्यालय से अलग जब सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण किया गया तो विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेदारी बढ़ गयी. निजी विद्यालय के समकक्ष इस विद्यालय का निर्माण किया गया. विद्यालय परिसर में सीसीटीवी लगाए गए. आलीशान भवन और चाहरदीवारी के साथ प्रवेश द्वार पर गेट लगाए गए. संभव हो गार्ड की भी व्यवस्था की गई होगी. इसके बाबजूद जब इस तरह का वीडियो वायरल हो तो विद्यालय प्रबंधन पर भी सवाल खड़े होना लाजमी है. इस वायरल वीडियो पर विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा विभाग क्या संज्ञान लेती है, ये तो समय बताएगा लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि अगर यही स्थिति रही तो दिवंगत शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का सपना साकार होना मुश्किल लगता है.
रिपोर्ट-पंचम झा
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