धनबाद(DHANBAD): झारखंड के नकली शराब बिहार में चार गुनी कीमत पर बिकती है. यही वजह है कि शराब के मामले में झारखण्ड का बिहार से तार मजबूती से जुड़ते जा रहे है. राजगंज में जो शराब फैक्ट्री पकड़ी गई है, उसका सीधा कनेक्शन बिहार से बताया जाता है. शनिवार और रविवार को धनबाद पुलिस और आबकारी विभाग को मिली सफलता यह बताने को काफी है कि कोयलांचल में नशे के के सौदागर तेजी से अपना डायना फैला रहे है. बिहार से कनेक्शन मजबूत कर पैसे के लिए आपराधिक खिलवाड़ कर रहे है. शनिवार को जहां राजगंज में अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ तो रविवार को धनबाद की सरायढेला पुलिस ने 3 किलो गांजा बरामद किया.
मतलब- जब भी पुलिस या आबकारी विभाग सक्रिय होते है ,मामले पकड़ में आ जाते है. शनिवार की शाम राजगंज के बलाईटांड़ प्राथमिक विद्यालय के पीछे ईट भट्ठे में छापेमारी कर आबकारी विभाग की टीम ने नकली अंग्रेजी शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. यहां से लगभग पांच लाख रुपए की अवैध शराब जब्त की गई. स्पिरिट और नकली शराब बनाने में प्रयुक्त सामान, कई बोरी खाली बोतल, कॉर्क , विभिन्न ब्रांडों के रैपर आदि जब्त किये गए. 215 पेटी नकली अंग्रेजी शराब भी जब्त की गई. जिसमें विभिन्न ब्रांडों के रैपर लगे थे. आबकारी विभाग को अंदेशा है कि अवैध नकली शराब के कारोबार का नेटवर्क बिहार से जुड़ा है. यहां बनी शराब सीधे बिहार पहुंचाई जाती है.
बिहार के मार्केट में शराब की कीमत यहां के बाजार भाव से चार गुना बताया जाता है.यह मामला भी हाई प्रोफाइल है. क्योंकि बताया जाता है कि इस धंधे में कई मजबूत हाथ शामिल है. इधर, धनबाद की सरायढेला पुलिस ने धनबाद शहर में गांजा का कारोबार कर रहे तीन लड़कों को पकड़ा है. उनके पास से सवा तीन किलो गांजा बरामद किया गया है. तीनों को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. जानकारी के अनुसार सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी को गुप्त सूचना मिली और उसके आधार पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर एक बाइक सवार को पकड़ा. पुलिस ने उसकी बाइक की डिक्की से 27 पुड़िया गांजा जब्त किया. पकड़े गए युवक का नाम अमित कुमार झा बताया गया है. पूछताछ में उसने बताया कि वह गांजा खरीद कर आम लोगों को बेचता था.
उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने झरिया के कतरास मोड़ निवासी अशोक सिंह और सिजुआ 10 नंबर निवासी बच्चा यादव के ठिकानों पर छापेमारी की. अशोक सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने टेप से बंधे एक-एक किलो गांजे की तीन पैकेट को जब्त किया. पकड़ाये बच्चा यादव ने बताया कि वह अलग-अलग जगह से गांजा मंगा कर अशोक सिंह को बेचने के लिए देता था. जो भी हो, यह मामले तो पुलिस और आबकारी विभाग की पकड़ में आ गए. लेकिन ऐसे कई गिरोह बताए जाते हैं, जो अलग-अलग ढंग से मादक पदार्थों का धंधा कोयलांचल में करते है. कई बार तो यह भी खुलासा हुआ है कि यहां के नशे के सौदागरों का तार दूसरे प्रदेशों से जुड़े हुए है. राजगंज शराब फैक्ट्री के भंडाफोड़ में तो सीधे बिहार का कनेक्शन सामने आ रहा है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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