धनबाद(DHANBAD): 25 फरवरी 2014 को उसने धनबाद के रंगाटांड में एक रेलकर्मी पर पिस्टल तान दी थी. पिस्टल में गोली फंसने के कारण रेलकर्मी की जान बच गई. इस मामले में वह जेल गया. उसके बाद तो अपराध के दलदल में फंसता चला गया. झारखंड एटीएस ने रविवार की रात उसे रांची के लालपुर से गिरफ्तार किया है. उसके पिता सत राजित सिंह रिटायर्ड रेल कर्मी है. झारखंड, बिहार के कुख्यात अपहरण गिरोह का सरगना चंदन सोनार के इशारे पर वह अपहरण कांड को भी अंजाम दे चुका है. जेल में रहने के दौरान कुख्यात कालूलामा गैंग से हाथ मिलाया. और उसके बाद अपराध की दुनिया में समाता चला गया. फिलहाल उसपर हथियार सप्लाई करने का आरोप है.
इन सभी मामलों में है संलिप्तता
धनबाद के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में रोहित ठाकुर पर फायरिंग के मामले में उसी ने हथियार सप्लाई की थी. सूत्र बताते हैं कि 5 सितंबर 2017 को रांची के नगरी थाना क्षेत्र से एक भाजपा नेता परिवार के युवकों का अपहरण हुआ था. कहा जाता है कि चंदन सोनार गिरोह ने फिरौती के लिए यह अपहरण किया था. रणविजय सिंह के अलावा 15 अपराधियों ने मिलकर तीनों का अगवा किया था .रांची पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद 23 सितंबर 2017 को रणविजय सिंह सहित 14 लोग जेल गए थे.
कालूलामा गैंग का हथियार सप्लायर
चाईबासा के एक गांव से पुलिस ने लड़कों को बरामद किया था और अपहरण कर्ताओं को पकड़ा था .12 अप्रैल 2019 को अपहरण कांड में रणविजय सिंह सहित चार लोगों को उम्र कैद की सजा हो गई. रणविजय सिंह के साथ धनबाद के अन्य एक को भी सजा हुई . 2022 में हाईकोर्ट ने रणविजय सिंह को अपील बेल पर रिहा करने का आदेश दिया. जेल से बाहर निकालने के बाद वह कालूलामा गैंग का हथियार सप्लायर बन गया. कालू लामा की 27 जनवरी 2022 को रांची के मोरहाबादी मैदान के समीप गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लामा की मौत के बाद रोहित मुंडा उर्फ बीड़ी ने गैंग की कमान संभाल ली.
धनबाद में भी हथियार सप्लायरों का एक बड़ा गैंग सक्रिय
बरवाअड्डा के रोहित ठाकुर पर हुई फायरिंग में रोहित मुंडा और उसके गैंग के अभिषेक मलिक शामिल थे. इन दोनों को 23 जुलाई को ही एटीएस ने पकड़ा है. रोहित मुंडा गिरोह को रणविजय सिंह हथियार उपलब्ध कराता था. बिट्टू खान की हत्या में भी रणविजय सिंह ने गैंग का साथ दिया था. फिलहाल धनबाद के रणविजय सिंह को जेल भेज दिया गया है. लेकिन इससे यह बात साबित होती है कि धनबाद में भी हथियार सप्लायरों का एक बड़ा गैंग सक्रिय है. धनबाद में तो फिलहाल बात-बात में गोलियां बरस रही है .कभी अमन सिंह और प्रिंस खान गैंग के लोग फायरिंग करते हैं तो कभी पेशेवर अपराधी अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं. राज्य सरकार फिलहाल अपराध की घटनाओं को लेकर सख्त हुई है, फिर भी अपराध पर काबू नहीं लग पा रहा है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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