टीएनपी डेस्क(TNP DESK): झारखंड के अलग-अलग जिलों में लगातार बिजली तार की चपेट में आने से हाथियों की मौतें हो रही है. अभी कुछ दिनों पहले ही जमशेदपुर के घाटशिला में पांच हाथियों की मौत हुई थी. ये सभी 33 केवी तार की चपेट में आ गये थे.वहीं ये सिलसिला अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. जसको देखते हुए गृह मंत्रालय सख्त हो गया है. और वन विभाग के साथ बिजली विभाग से सख्ती से निपटने का मूड बना चुकी है.
बिजली और वन विभाग के पदाधिकारी पर एक विशेष रिपोर्ट तैयार किया जा रहा
आपको बताये कि झारखंड में लगातार हो रही हाथियों की मौत दोनों विभागों के अधिकारियों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है. क्योंकि गृह मंत्रालय ने ये निर्देश दिया है कि इसकी गंभीरता से जांच की जाये. जिसके बाद केंद्रीय पदाधिकारियों ने बिजली और वन विभाग के पदाधिकारी का स्टेटमेंट लेकर एक विशेष रिपोर्ट तैयार किया है. वहीं इस रिपोर्ट के तैयार होते ही गृह मंत्रालय को भेज दिया जायेगा.
विभाग के पदाधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक दोनों विभाग के पदाधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है.क्योंकि धड़ल्ले से जिस तरह इन दिनों बिजली विभाग और वन विभाग की लापरवाही से हाऑथियों की मौत हो रही है. इस जांच से दोनों विभाग के पदाधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती है. दोनों विभाग अपनी जिम्मेदारी से हाथ पीछे खींच कर एक दूसरे पर आरोप लगा देते है.लेकिन इस जांच में सच निकलकर सामने आ जायेगा.
सरयू राय ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
आपको बताये कि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी में एक साथ पांच हाथियों की मौत मामले की जांच के लिए दिल्ली से आए एडिशनल डायरेक्टर वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो एचवी गिरीशा के साथ कई पदाधिकारियों ने मुसाबनी और चाकुलिया जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया, और जांच पदाधिकारी, कर्मचारियों के साथ वहां मौजूद स्थानीय लोगों से भी बयान लिया.
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