रांची (RANCHI): आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जायेगी. इसे लेकर प्रशासन ने लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली है. बता दें कि 15 दिनों तक एकांतवास में रहने के बाद भगवना जगन्नाथ ने भक्तों को दर्शन दिया. जगन्नाथपुर में पिछले 333 सालों से रथ यात्रा निकाली जा रही है. आज सुबह मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान जगन्नाथ की पूजा हुई. उनके दर्शन के लिए भी भारी भीड़ इकट्टा हुई. बता दें कि दोपहर 2 बजकर 1 मिनट पर भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को साथ रथ पर सवार हो कर मौसीबाड़ी पहुंचेंगे जहां वो अगले 9 दिनों तक रहेंगे. जिसके बाद 29 जून वो भगवान लौटेंगे. यहां की रथ यात्रा का भी विशेष महत्व है. कहा जाता है कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में झारखंड ही नहीं बल्की अन्य राज्यों से भी भक्त भगवान जगन्नाथ के रथ यात्रा में शामिल होते है. साथ ही जगन्नाथपुर में मेले का भी आयोजन किया गया है. इस बार भी रथयात्रा की भव्य तैयारी की गयी है. रथ को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. साथ ही प्रशासन द्वारा भी पूरी तैयारिया कर ली गई है.
54 सीसीटीवी कैमरे से मेले पर नजर
बता दें कि रथ यात्रा को देखते हुए रथ यात्रा के रास्ते पर और मौसीबाड़ी में कई जगहों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं. पूरे मेला परिसर में 54 सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है. अहम रास्तों पर मंदिर में भी कैमरे लगे हैं. इसके साथ ही मेले की सुरक्षा को लेकर हथियारबंद, डंडा पार्टी सहित एक हजार फोर्स को तैनात किए गये हैं.
कंट्रोल रूप से रखी जायेगी नजर
जगन्नाथपुर मंदिर के समीप स्थित स्कूल में कंट्रोल रूम है जहां से रथ यात्रा में नजर रखी जा रही है. फायर बिग्रेड, वज्र वाहन आदि की भी व्यवस्था आपात स्थिति से निपटने के लिए की गयी है. मेला को देखते हुए 16 जगहों पर ड्रॉप गेट बनाया गया है.
मेले की ट्रैफिक व्यस्था को समझिए
बता दें कि रथ यात्रा के रास्ते पर जाने से पहले आपको समझ लेना होगा कहां और किस रास्ते से जाना आपके लिए बेहतर होगा.
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