धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में हाईवा 'साइलेंट किलर' बन गए है. कहीं बगैर लाइसेंस के चालक से हाईवा चलवाने का खुलासा होता है तो कहीं गाड़ी का पेपर सही नहीं होता है. वहीं, ट्रिप बढ़ाने के चक्कर में यह हाईवा सड़क पर 'यमराज' बनकर दौड़ते हैं. दुर्घटनाएं होती हैं, लोग मरते हैं फिर भी सब कुछ चलता रहता है. बीसीसीएल सहित अन्य संस्थानों में जो हाईवा ट्रांसपोर्टिंग के काम में लगे हैं, उनके कागजात की कभी जांच नहीं होती. प्रबंधन सब कुछ ट्रांसपोर्टर के भरोसे छोड़ देता है और ट्रांसपोर्टर हैं कि हाईवा चलाते तो जरूर है लेकिन उन गाड़ियों का पेपर दुरुस्त है अथवा नहीं, जो चालक चला रहे हैं, वह चलाने में एक्सपर्ट है कि नहीं या फिर जो समय निर्धारित किया जाता है, एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए, वह सही है अथवा नहीं, इसकी कभी पड़ताल नहीं की जाती.
कोलियरी इलाकों में अधिक है आतंक
नतीजा होता है कि हाईवा कोयलांचल के लोगों के लिए काल बनते जा रहे है. सड़कों पर इनकी चाल देखकर कोई भी डर सकता है. इन्हें ट्रैफिक रूल से कोई मतलब नहीं है और ना तौर-तरीके से. अमूमन कोलियरी क्षेत्र की जो सड़कें होती है, वह भारी वाहनों के चलने से खराब हो जाती है. कहीं-कहीं तो रखरखाव के अभाव में भी सड़कें बदहाल रहती है.
पांच को जब्त कर किया गया है पुलिस के हवाले
ऐसे में यह हाईवा जब सड़क पर दौड़ते हैं तो 'यमराज' बन जाते है. जानकारी के अनुसार, धनबाद के मोटरयान निरीक्षक ने गुरुवार की सुबह जोगता थाना क्षेत्र के टाटा सिजुआ में पेपर नहीं रहने के कारण पांच हाईवा को पकड़कर जोगता पुलिस के हवाले किया है. मलकेरा से टाटा सिजुआ में प्रतिदिन बालू की ट्रांसपोर्ट सहित अन्य काम में हाईवा लगे हुए हैं. गुरुवार की सुबह मोटरयान निरीक्षक ने पुलिस के सहयोग से जांच अभियान चलाया तो 5 हाईवा ऐसे मिले जिनके पेपर सही नहीं थे. सभी वाहनों को जब्त कर जोगता पुलिस के हवाले कर दिया. अगर इसी मामले को आधार बनाकर बीसीसीएल सहित अन्य संस्थानों में चल रहे हाईवा के पेपर, चालक के लाइसेंस सहित वाहनों के फिटनेस की जांच हो जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है, लेकिन देखना है कि आगे जांच चलती है या सब कुछ पुराने ढर्रे पर चलता रहता है.
4+