धनबाद(DHANBAD) : हेमंत सोरेन संथाल परगना के बरहेट विधानसभा सीट से हैट्रिक लगाने वाले दूसरे विधायक बन गए है. 2014, 2019 और 2024 में यहां से हेमंत सोरेन की जीत हुई है. इससे पहले हेमलाल मुर्मू ने 1990, 1995 एवं 2000 में जीत कर हैट्रिक लगाई थी. हालांकि हेमलाल मुर्मू भी बरहेट के बगल की लिट्टीपाड़ा सीट से झामुमो के टिकट पर चुनाव जीतकर फिर से विधायक बने है. हेमलाल मुर्मू का झामुमो से मोह भंग हो गया था. वह भाजपा में चले गए थे, लेकिन फिर भाजपा से भी उन्होंने इस्तीफा देकर झामुमो ज्वाइन कर ली और 2024 में फिर झामुमो के विधायक बन गए.
यह अलग बात है कि बरहेट सीट से हेमंत सोरेन के प्रस्तावक को भाजपा ने अपने पार्टी में शामिल करा लिया. उसको लेकर खूब ड्रामेबाजी हुई थी. लेकिन हेमंत सोरेन के नामांकन पत्र पर इसका कोई असर नहीं हुआ. 2019 के चुनाव में हेमंत सोरेन ने बरहेट और दुमका दो विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. दोनों जगहों पर उन्हें जीत मिली थी. लेकिन बाद में दुमका सीट उन्होंने छोड़ दी और वहां हुए उप चुनाव में उनके भाई बसंत सोरेन चुनाव जीत गए.
बसंत सोरेन ने डॉक्टर लुईस मरांडी को हराया था. लेकिन समय ने एक बार फिर पलटा खाया और भाजपा ने लुईस मरांडी को टिकट नहीं दिया. तो वह झामुमो में चली गई. झामुमो के टिकट पर चुनाव जीतकर फिर विधायक बन गई है. वैसे, झारखंड की राजनीति में झामुमो को छोड़कर भाजपा में गए लोगों में बहुत कम लोग ही ऐसे हैं, जो सफल रहे. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. लोकसभा चुनाव के पहले हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन भी भाजपा में गई. लेकिन लेकिन दुमका लोकसभा सीट भी वह हार गई और विधानसभा चुनाव में जामताड़ा सीट से भी उन्हें हार मिली है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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