रांची(RANCHI): भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान हुए कथित उपद्रव में प्रशासन ने 59 भाजपा नेताओं को नामजद बनाया है.इसके अलावा कई अन्य अज्ञात शामिल हैं. पहली प्राथमिकी में कई प्रमुख नेताओं के नाम नहीं थे लेकिन पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में दूसरे चरण में 18 अन्य लोगों को इसमें आरोपी बनाया है. पुलिस का वक्तव्य है कि भाजपा ने अपने कार्यक्रम के दौरान प्रशासन पर पत्थरबाजी की और इस कारण से कई लोग घायल हुए.
दमनकारी हेमंत सरकार के खिलाफ चलता रहेगा आंदोलन
इस विषय पर सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि लाठी- गोली की यह सरकार और कुछ नहीं कर सकती. जनता के अरमानों को कुचलने के अलावा इसके पास कुछ नहीं है. दमनकारी हेमंत सरकार के खिलाफ भाजपा का आंदोलन चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि फर्जी मुकदमे से वे लोग डरने वाले नहीं हैं. दीपक प्रकाश ने यह भी कहा कि आंदोलन करना विपक्ष का अधिकार है.बहुत ही लोकतांत्रिक तरीके से सचिवालय घेराव का कार्यक्रम चल रहा था लेकिन सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ने लाठीचार्ज किया और अब फर्जी मुकदमा किया जा रहा है, इससे वे लोग डरने वाले नहीं हैं. जनता के सवाल पर वे लोग लाठी गोली खाने को भी तैयार हैं.
सरकार को उखाड़ फेंकना उनका संकल्प: दीपक प्रकाश
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आगे कहा कि इस सरकार को उखाड़ फेंकना उनका संकल्प है. जनता उनके साथ है और यह होकर रहेगा. मालूम हो कि 11 अप्रैल को राज्य की हेमंत सरकार के खिलाफ भाजपा ने सचिवालय घेराव कार्यक्रम रखा था.इस दौरान प्रशासन ने लाठीचार्ज किया जिसमें कई लोग घायल भी हुए.पथराव की घटना हुई. प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार भाजपा के लोगों ने ही पथराव किया जिसमें कई लोग घायल हुए. उल्लेखनीय है कि धुर्वा थाना में पहले 41 और बाद में 18 भाजपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जिनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं उनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास,बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, महामंत्री प्रदीप वर्मा, आदित्य साह, सांसद संजय सेठ, समीर उरांव, विधायक सी पी सिंह, नवीन जायसवाल समेत समेत अनेक नेता शामिल है. प्राथमिकी के अनुसार इन नेताओं के ऊपर कई गैर जमानतीय धाराएं लगाई गई हैं.
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