जामताड़ा(JAMTARA):झारखंड में कांग्रेस के अंतर कलह ने जामताड़ा के 8 लाख लोगों से सरकारी स्वास्थ्य सेवा का हक छीन लिया है.जिले में हेमंत सरकार की महत्वाकांक्षी सेवा डायलिसिस पर है. जिसे लोग स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक के महत्वाकांक्षा से जोड़ कर देख रहें हैं. इनके महासंग्राम में जिले भर के लोग तिलमिला रहे है.आलम यह है कि गठबंधन की विवशता ने हेमंत सरकार को जान कर भी अनजान बने रहने पर विवश कर रखा है.
इरफान और बन्ना के महाभारत में कृष्ण बनने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है कोई
वहीं इस विकट और असहज स्थिति से पक्ष, विपक्ष, अधिकारी और गरीब सबके सब बड़ी अनहोनी की आशंका से दहशत में हैं.विधायक इरफान अंसारी और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के महाभारत में कोई भी कृष्ण बनने का हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है.हम बात कर रहें हैं विधानसभा अध्यक्ष माननीय रविन्द्र नाथ महतो का जिनका विधानसभा क्षेत्र जामताड़ा का नाला है.अगर अध्यक्ष इरफान अंसारी और बन्ना गुप्ता में समझौता करा पाते, तब स्थिति शायद इतनी नहीं बिगड़ती.इरफान अंसारी यह बात स्वीकारते हैं कि बन्ना गुप्ता प्रदेश के मंत्री है. हम मिलनसार है.रात दिन जनता का काम करने वाले लोग हैं. बस थोड़ी आवाज उठाते हैं, तो लोगो को खराब लगता है.इनके इसी तेवर ने जिला स्वास्थ्य व्यवस्था को पंगु बना दी है.
यहां से गरीब, लाचारों को केवल रेफर करने का काम होता है
बीजेपी नेता वीरेंद्र मंडल ने जामताड़ा स्वास्थ्य विभाग को डायलिसिस पर चलने वाला बताया है.जो अपंग है. उसका मुंह बंद है.विवेक काम नहीं कर रहा है. यहां से गरीब, लाचारों को केवल रेफर करने का काम होता है.इसके सुधार के लिए पूर्व विधायक विष्णु भैया की पत्नी ने स्वास्थ्य मंत्री को स्थिति से अवगत कराया,उनकी भी आवाज नकार दी गई.जामताड़ा दौरे के वक्त झामुमो महासचिव बिनोद पाण्डेय ने स्वास्थ्य विभाग की खराब हालात को एक ओर स्वीकार किया है. तो इसमें व्यापक सुधार की जानकारी भी दी है. जनता को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए उपयुक्त ने वर्तमान मानव संसाधन को बेहतर करने का रास्ता खोजा है, उन्होंने स्वीकार किया है कि जामताड़ा में अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर है. जिसका उपयोग करने के लिए पहल की जा रही है.
रिपोर्ट-आरपी सिंह
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