टीएनपी डेस्क(TNP DESK): किसी ने सच ही कहा है कि, प्यार क्या से क्या न करवा दे. प्यार में इतनी ताकत है कि कोई भी इसे पाने के लिए या तो गलत रास्तों पर चल देता है या फिर गलत रास्तों से सही रास्तों पर आ जाता है. फिर चाहे प्यार में पड़ा वो इंसान नक्सली ही क्यों न हो. ऐसा ही एक मामला झारखंड के नक्सलियों के बीच से सामने निकल कर आ रहा है. टीएसपीसी(TSPC) संगठन का एक कुख्यात राहुल गंझू उर्फ खलील ने रांची पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. लेकिन अचानक से संगठन छोड़ मुख्य धारा में शामिल होने के लिए राहुल ने जो वजह बताई वह जान आप भी इस बात पर भरोसा कर लेंगे की आखिर प्यार की ताकत के आगे सभी क्यों नतमस्तक हैं.
राहुल गंझू के सरेंडर करने के पीछे मां और प्रेमिका का हाथ
बता दें कि, राहुल गंझू पिछले 4 वर्षों से टीएसपीसी से जुड़ा हुआ था और उसके उसपर 21 मामले दर्ज हैं. ऐसे में सोमवार 2 सितंबर को राहुल गंझू का संगठन छोड़ कर रांची SSP और CRPF के कमांडेंट के समक्ष आत्मसमर्पण करने से रांची पुलिस को नक्सलवाद में तो बड़ी सफलता मिल गई है. लेकिन पुलिस की इस सफलता के पीछे असल में राहुल गंझू की मां और उसकी प्रेमिका का हाथ है. राहुल की मां और प्रेमिका ने राहुल गंझू को सरेंडर करने के लिए प्रेरित किया. जिस कारण ही उसने आतंक का रास्ता छोड़ दिया और मुख्य धारा में शामिल होने के लिए तैयार हो गया.
प्रेमिका के समझाने पर कर दिया आत्मसमर्पण
वहीं, इस मामले में राहुल की प्रेमिका ने बताया कि, वो राहुल से संपर्क में 4 साल पहले आई थी और दोनों के बीच प्रेम हो गया. लेकिन राहुल जंगलों में रहा करता था और दहशत फैलाता था, जिसे लेकर उसकी प्रेमिका अनिता उसे समझाया करती थी. प्रेमिका के समझाने का इसका असर आखिरकार राहुल पर हो गया और उसने आत्मसमर्पण कर दिया.
पुलिस दूसरे उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए करेगी प्रेरित
रांची SSP ने बताया कि, राहुल गंझू टीएसपीसी(TSPC) का खास सदस्य था और उसके नाम का आतंक हर तरफ देखने व सुनने को मिलता था. पुलिस के लिए भी उसे पकड़ना एक बड़ा चैलेंज था. रांची के साथ साथ चतरा, पतरातु, हजारीबाग जैसे जिलों में उसका आतंक था. हालांकि CRPF और परिजनों के समझाने बुझाने के बाद वो आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ने को तैयार हो गया. राहुल उर्फ खलील के आत्मसमर्पण करने से काफी इनपुट मिला है. जिसके आधार पर पुलिस टीएसपीसी के दूसरे उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित करेगी. इसके साथ ही राहुल के इनपुट के आधार पर पुलिस टीएसपीसी(TSPC) के खिलाफ और भी इफेक्टिव तरीके से ऑपरेशन चलाने का काम करेगी.
साल 2020 में राहुल बन गया एरिया कमांडर
वहीं, राहुल उर्फ खलिल ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने के बाद पुलिस को बताया कि, वह बुढ़मू अंतर्गत सीरम गांव का निवासी है. गांव के जंगल क्षेत्र के पास होने की वजह से अक्सर नक्सली वहां आया करते थे. इस दौरान ही टीएसपीसी (TSPC) के कुछ सदस्यों से राहुल की मुलाकात हुई और उन्होंने उसे संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद साल 2016 में राहुल टीएसपीसी में शामिल हो गया. संगठन में शामिल होने के 4 साल बाद साल 2020 में राहुल एरिया कमांडर बन गया. बहरहाल प्रेम की ताकत के कारण राहुल उर्फ खलील मुख्यधारा में लौट आया है. जिससे न सिर्फ राहुल को एक नई जिंदगी मिलेगी बल्कि उसके परिवार वालों के चेहरे पर खुशी भी देखने को मिल रही है.
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