टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- दो दिन के दिल्ली दौरे से वापस लौटने के बाद राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी में राजभवन की कोई भूमिका नहीं है. तात्कालीन सीएम हेमंत 31 जनवरी को खुद राजभवन आकर इस्तीफा सौंपा था. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी में उनकी कोई भी भूमिका नहीं है. इस दौरान हेमंत ने ईडी को लिखित में दिया था कि ईडी उन्हें हिरासत में ले सकती है.
राजभवन की भूमिका नहीं
31 जनवरी को जमीन घोटाले के आरोप में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर ले गयी थी. अभी पांच दिनों की रिमांड में उनसे पूछताछ चल रही है. पांच तारीख को विधानसभा में चंपई सोरेन सरकार का विश्वास मत था. अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी में केन्द्र के साथ राजभवन की भूमिका होने का आरोप लगाया था.
राज्यपाल ने झारखंड में चंपई सोरेन सरकार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण देने में वक्त लगने की वजह भी बतायी. उन्होंने साफ कहा कि संविधान के तहत काम किया. उन्हें कई कॉल आए, जिसमे कहा गया कि वे चंपई सरकार को समर्थन नहीं दे रहें हैं. इस पर निर्णय लेने के बाद उन्होंने सरकार बनाने का न्योता भेजा .
कुलपति की नियुक्ति पर बोले राज्यपाल
झारखंड में कुलपति की नियुक्ति को लेकर भी राज्यपाल ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पर फैसला लेंगे, उनकी कोशिश है कि अच्छे लोग आए, ताकि विश्वविद्यालय की स्थिति ओर बेहतर हो सके. यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक स्तर और उत्कृष्ट हो , इस दिशा में वह काम कर रहे हैं.
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