गोड्डा(GODDA):एक दौर वो भी था जब संथाल परगना प्रमंडल स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पिछड़ा माना जाता था, छोटी छोटी बीमारी के इलाज के लिए प्रमंडल के सभी 6 जिलों के लोग बिहार, पश्चिम बंगाल या फिर रांची का रुख करते थे. समय बदला और आज संथाल परगना प्रमंडल के अधिकांश जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिल रही है. देवघर में एम्स तो दुमका में मेडिकल कॉलेज की स्थापना से आम लोगों को अपना इलाज कराने में सहूलियत हो रही है.इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने गोड्डावासियों को एक नए अस्पताल भवन की सौगात दिया है. केंद्र सरकार के सौजन्य से 50 बेड के क्रिटिकल केयर अस्पताल का भूमि पूजन सांसद निशिकांत दुबे व गोड्डा विधायक अमित मंडल ने संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय स्थित पुराना समाहरणालय परिसर में सोमवार को क्रिटिकल केयर अस्पताल के भवन का भूमि पूजन किया गया.
आनेवाले समय में यह बनकर तैयार भी हो जायेगा
वहीं आनेवाले समय में यह बनकर तैयार भी हो जायेगा, लेकिन इसका लाभ लोगों को तभी मिल पायेगा.जब राज्य सरकार इसमें विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध कराएगी.इस मौके पर सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि डॉक्टर और स्टाफ उपलब्ध कराना राज्य सरकार का काम है, उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में महागामा में कोलया मंत्रालय से बनने वाले 300 बेड के अस्पताल को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तब्दील करने पर केंद्र सरकार विचार कर रही है. मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद गोड्डा के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद है.
इससे पूर्व भी गोड्डा में कई अस्पताल भवन पर करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया
आपको बताये कि इससे पूर्व भी गोड्डा में कई अस्पताल भवन पर करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया. इन भवनों में आज तलक न तो चिकित्सक और न ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो पायी. नतीजा कई भवनें तो जर्जर होने की कगार पर भी पहुँच गए हैं. आलम यह है कि सदर अस्पताल में डॉक्टर की घोर किल्लत है. ऐसी स्थिति में क्रिटिकल केअर अस्पताल का क्या हश्र होगा यह तो आने वाला समय बताएगा.
रिपोर्ट-अजीत कुमार
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