धनबाद(DHANBAD): गुरुवार को गिरिडीह लोकसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उम्मीदवार दे दिया. मथुरा महतो को प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब जीत-हार का मीन -मेख निकालने में लोग जुट गए है. हालांकि इतना तो तय है कि इस बार रोचक मुकाबले का गवाह बनेगी यह सीट, क्योंकि इस सीट पर कुर्मी वोटरों पर कब्जे की जंग होगी. 2019 में लगभग 58% वोट लाकर चंद्र प्रकाश चौधरी ने यह सीट जीती थी. गिरिडीह सीट की बात की जाए तो इसमें 6 विधानसभा सीटें आती है. जिनमें चार पर इंडिया ब्लॉक का कब्जा है. टुंडी, गिरिडीह और डुमरी में झारखंड मुक्ति मोर्चा काबिज है. बेरमो सीट कांग्रेस के पास है. बाघमारा में भाजपा और गोमिया में आजसू काबिज है. बाघमारा के भाजपा विधायक धनबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार है. गिरिडीह लोक सभा क्षेत्र में पड़ने वाले चार विधानसभा क्षेत्र इंडिया ब्लॉक के पास हैं तो दो पर एनडीए का कब्जा है.
कुर्मी वोट समेटना होगी बड़ी चुनौती
मतलब झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित कांग्रेस के विधायक की भी गिरिडीह लोकसभा सीट परीक्षा लेगी. इस बार तीन कुर्मी नेता गिरिडीह लोकसभा सीट में आपस में ही टकरा रहे है. ऐसे में यह चुनाव दिलचस्प हो जाएगा. टुंडी से तीन बार विधायक रहे मथुरा महतो अब गिरिडीह से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. 2005, 2009 और 2019 में मथुरा महतो टुंडी से झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर विधायक बने. झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से गिरिडीह से जगरनाथ महतो चुनाव लड़ते रहे है. लेकिन उनका निधन हो जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मथुरा महतो पर भरोसा जताया है. गिरिडीह का लोकसभा परिणाम कम से कम झारखंड मुक्ति मोर्चा के तीन विधायक और कांग्रेस के एक विधायक की परीक्षा लेगा. इसका असर विधानसभा में टिकट पर भी पड़ सकता है. धनबाद जिले का बाघमारा और टुंडी विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह में पड़ता है. टुंडी से झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर मथुरा महतो विधायक है. गिरिडीह और धनबाद एक दूसरे से सटा हुआ है. धनबाद से भाजपा ने बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को उम्मीदवार बनाया है. इंडिया ब्लॉक की ओर से अभी तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.
सीटिंग सांसद हैं आजसू के उम्मीदवार
गिरिडीह लोक सभा सीट से आजसू ने सिटींग एमपी चंद्र प्रकाश चौधरी पर भरोसा किया है, तो झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष जयराम महतो भी गिरिडीह से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके है. इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी मथुरा महतो को प्रत्याशी बना दिया है. गिरिडीह में कुर्मी वोटरों की बहुलता है. चुनाव भी वही जीत सकता है, जो अपने पक्ष में कुर्मी वोटरों को कर पाएगा. कहा जा सकता है कि चंद्र प्रकाश चौधरी को 2024 के लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है. गिरिडीह जिला अबरख उद्योग के लिए प्रसिद्ध रहा है. फिलहाल अभी इस जिले में रोलिंग मील के काम अधिक होते है. इस लोकसभा का बेरमो इलाका कोयला क्षेत्र है. वहां से कांग्रेस के नेता राजेंद्र सिंह विधायक बनते रहे थे. फिलहाल राजेंद्र सिंह के पुत्र वहां से विधायक है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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