रांची(RANCHI): गिरिडीह में 17 वर्षीय बारहवीं के छात्र को जिंदा जलाये जाने पर राज्य सरकार को घेरते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है. हेमंत सरकार पर बरसते हुए बाबूलाल ने कहा है कि दुमका, सिमडेगा के बाद अब गिरीडिह में जिंदा जलाये जाने की वारदात सामने आयी है, बावजूद इसके राज्य सरकार सोयी हुई है, और अपराधी अभी भी खुले में घूम रहे हैं अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
भगवान भरोसो रह रही है झारखंड की जनता
उन्होंने कहा कि राज्य में ना बेटियां सुरक्षित और ना बेटे, यहां हर शख्स सब भगवान भरोसे जी रहे हैं, हर अपराध के बाद राज्य सरकार राजनीतिक गोटी सेंकने में लग जाती है.पीड़ित परिवार को कहीं न्याय नहीं मिलता. राज्य में कानून व्यवस्था कहीं दिख नहीं रही. यह स्थिति चिंताजनक है.
बेंगावाद थाना क्षेत्र के बेलगो जंगल की घटना
यहां बता दें कि गिरिडिह के बेंगावाद थाना क्षेत्र के बेलगो जंगल से एक छात्र का अधजला लाश मिला था, मृतक विशाल गिरीडिह के पच्चम्बा थाना क्षेत्र में अपनी मां के साथ रहता था. मंगलवार के 11 बजे वह किताब खरीदने की बात कह कर घर से निकला था, जिसके बाद बेंगावाद थाना क्षेत्र के बेलगो जंगल से अधजली अवस्था में उसकी लाश मिली थी. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है, लेकिन पुलिस के द्वारा अब तक इस मामले में किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
यहां बता दें कि 23 अगस्त 2022 को शाहरुख नामक एक शख्स ने 16 साल की युवती को उस वक्त जिंदा जला दिया था, जब वह अपने घर में सो रही थी. बाद में इलाज के दौरान रिम्स में उसकी मौत हो गयी थी. जबकि दूसरी घटना में सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसरा बाजार के पास मॉब लिंचिंग में ग्रामीणों ने संजू प्रधान नामक युवक की पहले जमकर पिटाई की थी और बाद में उसे भी जिंदा जला दिया था. अब इसी प्रकार की एक और घटना गिरिडीह से सामने आयी है. इसको लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश में जुटा है. इसे राज्य में गिरती कानून व्यवस्था की स्थिति से जोड़ कर देखा जा रहा है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
4+