धनबाद(DHANBAD): गिरिडीह के बराकर नदी में शनिवार की रात गिरी बस का नंबर क्या स्कूटर का है. क्या बस का इंश्योरेंस भी फेल था. क्या नंबर में फर्जीवाड़ा कर बस चलाई जा रही थी. इन सब बातों की जांच शुरू हो गई है. इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है .इस बीच बस दुर्घटना में जान गवाने वाले लोगों की संख्या 4 हो गई है. एक दर्जन लोगों का इलाज अभी भी चल रहा है.
घटना के लिए जिम्मेदार कौन
कहा जा रहा है कि अगर बस का वाहन फिटनेस ,बीमा की जांच के बाद अगर सब कुछ सही मिलेगा तो आश्रितों को एक एक लाख का मुआवजा मिल सकता है. यह भी सवाल है कि बस में 30 सवारियों का टिकट कटा था. लेकिन दुर्घटना के समय बीस ही सवार थे. संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि घटना के बाद बस के कागजात में हेरफेर की गई है. शनिवार को जब दुर्घटना हुई तो बीमा फेल दिख रहा था लेकिन रविवार को अपडेट दिखने लगा. सवाल उठ रहे हैं कि अगर बस में टंगा नंबर स्कूटर का है, तो बस का असली नंबर क्या है. घटना के लिए जिम्मेदार कौन है .जान गवाने वाले लोगों के आश्रितों को मुआवजा कौन देगा.
मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन
दैनिक जागरण में छपी की खबर के मुताबिक घटना के बाद घटनास्थल पर मौजूद लोग बस के बारे में जानकारी जुटाना लगे तब पता चला कि बस में अंकित नंबर jh07 H 2906 का बीमा न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से था. इसमें साफ लिखा था कि बीमा अवधि समाप्त होने की तिथि 13 अक्टूबर 2021 है. वाहन के प्रकार में स्कूटर बताया गया है. बहर हाल गिरिडीह के उपायुक्त ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है. जांच रिपोर्ट के बाद ही मामले सामने आ सकते है.शनिवार की रात सम्राट बस बराकर नदी में गिर गई थी और अब तक इस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हुई है. जबकि अभी भी एक दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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