दुमका(DUMKA): जिले के इंडोर स्टेडियम में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा केंद्रीय समिति (Jharkhand Agitator Sangharsh Morcha Central Committee) की आम सभा आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता जर्मन बास्की और मंच संचालन शंकर टुडू ने किया. सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड आंदोलनकारी के पुत्र हैं और झारखंड आंदोलनकारियों की जो मांग हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के निर्माण हुए 20 साल से ज्यादा हो गए लेकिन हक और अधिकार नहीं मिला.
15 सूत्री मांग पत्र सभा में रखा गया
वहीं, आंदोलनकारियों ने 15 नवंबर 2022 तक सभी आंदोलनकारियों को चिन्हित कर प्रमाण पत्र देने की मांग की. मोर्चा द्वारा सीएम के नाम लिखे 15 सूत्री मांग पत्र को पढ़कर सभा में सुनाया गया, जिसके तहत छूटे हुए आंदोलनकारियों को चिन्हित कर 15 नवंबर 2022 तक सभी आंदोलनकारियों को प्रमाण पत्र देने, झारखंड आंदोलनकारियों के लिए जेल की बाध्यता समाप्त करने, आश्रितों को सरकारी नौकरी में सीधी नियुक्ति देने, स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने, आश्रितों को उच्च शिक्षा की व्यवस्था झारखंड सरकार द्वारा सुनिश्चित करने, आंदोलनकारियों के हित हेतु अलग सेल का गठन करने, आंदोलनकारियों को व्यापार करने हेतु 20 लाख ब्याज रहित देने सहित 15 सूत्री मांग शामिल है.
आंदोलन की होगी शुरुआत
मोर्चा ने चेतावनी भी दी कि अगर 15 नवंबर 2022 तक मांगे पूरी नहीं हुई तो जिस तरह अलग झारखंड राज्य निर्माण के लिए आंदोलन किया गया था उसी तरह एक बार फिर अपने हक और अधिकार की मांग के साथ आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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